क्या कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में कभी वंदे मातरम पर चर्चा की?
सारांश
Key Takeaways
- वंदे मातरम का 150 साल पूरा होना एक ऐतिहासिक घटना है।
- कांग्रेस को वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- प्रधानमंत्री मोदी का वंदे मातरम के प्रति दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आज जो कार्य हमारी सरकार कर रही है, वंदे मातरम पर चर्चा हो रही है, वह कार्य कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वंदे मातरम पर चर्चा करनी चाहिए थी।
भाजपा सांसद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस को देश के वास्तविक मुद्दों से कोई सरोकार नहीं है। अब असली मुद्दे देश के सामने लाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वंदे मातरम को 150 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन इतने दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ने कभी इस पर चर्चा तक नहीं की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अभिभाषण में कहा था कि जब वंदे मातरम के सौ साल पूरे हुए तो देश इमरजेंसी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। उस समय, संविधान का गला घोंटा गया था और जो लोग देशप्रेम के लिए जीते और मरते थे, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया गया था। इमरजेंसी हमारे इतिहास का एक काला अध्याय था। अब हमारे पास वंदे मातरम की महानता को फिर से बहाल करने का अवसर है, और मेरा मानना है कि इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहिए। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने के ऐतिहासिक मौके के गवाह बन रहे हैं।
जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने वही बात कही है जो कांग्रेस ने देश के साथ किया। देश को वंदे मातरम की भावना को समझने और जानने की आवश्यकता है। इस गीत के लिए हमारे पूर्वजों ने आजादी की लड़ाई में कुर्बानी दी थी। वंदे मातरम के प्रति हमारा सम्मान स्वाभाविक है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस पवित्र वंदे मातरम का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है।