क्या देश में लोकतंत्र की स्थिति ठीक नहीं है? राहुल गांधी की बातों में सच्चाई : पवन बंसल

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के बयानों में सच्चाई है।
- लोकतंत्र की स्थिति चिंताजनक है।
- सरकार को पारदर्शिता लानी चाहिए।
- चीन से सीखने की आवश्यकता है।
- सिख जत्थे को अनुमति देने का निर्णय सही दिशा में है।
चंडीगढ़, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने राहुल गांधी के हालिया बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि उनके द्वारा विदेश में उठाए गए मुद्दों से सरकार को सबक लेना चाहिए।
पवन बंसल ने कहा कि यदि राहुल गांधी ने लोकतंत्र के खतरे में होने की बात की है, तो यह आज की वास्तविकता को दर्शाता है। लोकतंत्र की स्थिति ठीक नहीं है। वोटों की चोरी हो रही है, लाखों लोगों को मतदान का अधिकार नहीं मिल रहा। संसद का कामकाज सुचारू नहीं है, विधेयकों पर चर्चा नहीं हो रही है और न ही वे पारित हो रहे हैं। राहुल गांधी ने जो कुछ विदेश में कहा, वह बिल्कुल सही है, और यह देश में असुरक्षा का माहौल और संस्थानों की खराब स्थिति का प्रमाण है।
पवन बंसल ने सिख जत्थे को पाकिस्तान जाने की अनुमति देने के सरकार के फैसले का स्वागत किया, लेकिन इसे एक देर से लिया गया कदम बताया।
उन्होंने कहा, “यह एक सकारात्मक निर्णय है, लेकिन इसे समय पर लेना चाहिए था। कुछ प्रतिबंधों के बावजूद यह सही दिशा में कदम है। सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को समय पर अनुमति देने में बाधा नहीं बनना चाहिए।”
चीन के मुद्दे पर बोलते हुए पवन बंसल ने राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत को चीन से सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा, “चीन ने उत्पादन और विकास के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है। भारत में ‘मेक इन इंडिया’ की शुरुआत 12 साल पहले हुई थी, लेकिन कितना उत्पादन हुआ और कितने लोगों को रोजगार मिला? चीन आज कहां पहुंच गया है, यह हम सभी देख सकते हैं। राहुल गांधी का यह कहना सही है कि भारत को चीन से सीखने की जरूरत है।”
पवन बंसल ने कहा कि भारत को पारदर्शी तरीके से चलाने की आवश्यकता है, जो वर्तमान में नहीं हो रहा। राहुल गांधी का बयान देश की वास्तविक स्थिति का आईना है और सरकार को इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।