क्या गुजरात में लोकल बॉडी चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी तैयार है? - गोपाल राय
सारांश
Key Takeaways
- आम आदमी पार्टी गुजरात में स्थानीय चुनावों की तैयारी कर रही है।
- अरविंद केजरीवाल का तीन दिवसीय दौरा महत्वपूर्ण है।
- गोपाल राय ने चुनावों में पूर्ण ताकत से लड़ने का संकेत दिया।
राजकोट, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी ने गुजरात में अपनी स्थानीय स्थिति को मजबूत करने में जुट गई है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं, जिसमें वे कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि वे आज से तीन दिन के लिए गुजरात आ रहे हैं और वहाँ कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
केजरीवाल के दौरे पर आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि पार्टी पूरे गुजरात में स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारी को लेकर गंभीर है। उन्होंने बताया कि सभी नगर निगमों, जिला पंचायतों और तालुका पंचायतों की हर सीट पर पूर्ण ताकत से चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि गुजरात जोड़ो अभियान के तहत हम पूरे राज्य में चुनावों के लिए जन-संपर्क और संगठन को मजबूत कर रहे हैं। साथ ही, गुजरात के किसानों के हक के लिए भी प्रदेश भर में किसान आंदोलन चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल के इस दौरे में प्रदेश नेतृत्व के साथ विस्तृत बैठक होगी। जो आंदोलनकारी जेल से बाहर आए हैं, उनका सम्मान किया जाएगा और जिन आंदोलनकारियों को अभी जेल में रखा गया है, उनके परिवारों से मुलाकात की जाएगी। रात में राजकोट में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक होगी।
गोपाल राय ने कहा कि लोगों के पास पहले विकल्प नहीं था, लेकिन आम आदमी पार्टी के रूप में एक विकल्प मिला है। गुजरात के लोगों ने यह संदेश दे दिया है कि आप ने भाजपा को हराने की ताकत दिखाई है। हाल ही में डेढ़ हजार से ज्यादा सभाएं आयोजित की गई हैं। गुजरात में जनता की आवाज दबा दी जाती है और आंदोलनकारियों को जेल में ठूंस दिया जाता है, लेकिन इसके बावजूद किसान आंदोलन तेजी से बढ़ रहा है।
गोपाल राय ने कहा कि यदि स्थानीय निकाय चुनावों में जनता आम आदमी पार्टी के पक्ष में मतदान करती है, तो 2027 के विधानसभा चुनावों में गुजरात में बड़ा परिवर्तन निश्चित है।
उन्होंने एसआईआर को लेकर कहा कि शिक्षकों से जिस प्रकार पढ़ाई-लिखाई का काम छुड़वाकर और दबाव डालकर एसआईआर कराया जा रहा है, वह बिल्कुल गलत है। 2027 में गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं और अभी से इस तरह का दबाव बनाना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।