क्या हादसों के लिए पंडित को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए?: आरिफ मसूद

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा में सुरक्षा का ध्यान रखना आवश्यक है।
- पंडित प्रदीप मिश्रा को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
- सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना चाहिए।
- हादसों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
भोपाल, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निकट स्थित कुबेरेश्वर धाम में आयोजित कांवड़ यात्रा के दौरान तीन दिन में हुई सात लोगों की मौत पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि वहां होने वाले हादसों के प्रति पंडित प्रदीप मिश्रा को भी गंभीरता से विचार करना चाहिए।
कुबेरेश्वर धाम इंदौर-भोपाल मार्ग पर सीहोर जिले में स्थित है और इसके प्रमुख पं प्रदीप मिश्रा हैं। हाल ही में यहां कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं में से सात की जान चली गई। इस घटना को आयोजन के दौरान अच्छी व्यवस्थाएं न होने से जोड़ा जा रहा है।
आरिफ मसूद ने इस मुद्दे पर कहा कि वे संत-महंत हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास करना चाहिए। उनके अनुसार, ऐसे हादसे अक्सर होते हैं और उन्हें लोगों की तकलीफ को समझना चाहिए। उन्होंने कुबेरेश्वर धाम के प्रमुख को सलाह दी कि वे इस मामले में गंभीरता से सोचें।
वहीं, राज्य के कई हिंदू संगठनों की रक्षा बंधन के त्योहार पर मुस्लिम युवकों को राखी नहीं बांधने की अपील पर मसूद ने कहा, "इनकी बातें कुछ नहीं बदलतीं, मैं भी राखी बंधवाऊंगा। हमारी संस्कृति को सभी मिलकर मनाते हैं।"
इस यात्रा के दौरान सात लोगों की जान गई थी और इंदौर-भोपाल मार्ग पर आवागमन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ा। कई घंटों तक आवागमन ठप रहा और रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
राष्ट्र प्रेस
एसएनपी/डीएससी