क्या हर बूंद एक कहानी और हर फुहार एक गीत है? हंसल मेहता ने किशोर कदम की ‘मूसलाधार’ को साझा किया

सारांश
Key Takeaways
- हंसल मेहता का साहित्य और कला के प्रति प्रेम।
- किशोर कदम की कविता ‘मूसलाधार’ का गहरा अर्थ।
- बारिश का भावनात्मक अनुभव।
- सफल फिल्मों की सूची।
- सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों का महत्व।
मुंबई, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता और निर्देशक हंसल मेहता अपने प्रशंसकों के साथ सोशल मीडिया पर लगातार जुड़े रहते हैं। हाल ही में, उन्होंने एक बारिश के वीडियो के साथ मराठी कवि सौमित्र उर्फ किशोर कदम की कविता ‘मूसलाधार’ का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा कि हर बूंद एक कहानी और हर फुहार एक गीत है।
हंसल मेहता, जिन्होंने ‘स्कैम 1992,’ ‘शाहिद,’ और ‘अलीगढ़’ जैसी चर्चित फिल्मों का निर्माण किया है, अपने काम में साहित्य और कला का समावेश करते हैं। उन्होंने इस बार कवि किशोर कदम की रचना को साझा किया, जो मराठी साहित्य में अपनी भावनात्मक कविताओं के लिए जाने जाते हैं।
हंसल मेहता ने बारिश की फुहारों के साथ इस कविता को जोड़ते हुए इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया और कैप्शन में लिखा, “जब बूंदें गिरती हैं, तो आसमान नहीं, बल्कि दिल रोता है, जो किसी को याद करता है। हर बूंद एक कहानी समेटे हुए है, हर फुहार एक गीत है। मूसलाधार बारिश हमें हमेशा मजबूती का संदेश देती है। यह हमें जीवन में खूबसूरती महसूस कराने के लिए कहती है।”
किशोर कदम, जिन्हें सौमित्र के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध मराठी कवि, लेखक और अभिनेता हैं। उनकी कविताएं प्रेम, प्रकृति और मानवीय भावनाओं को संवेदनशीलता के साथ व्यक्त करती हैं। कदम ने कई मराठी फिल्मों जैसे ‘नटसम्राट’ और ‘देऊल’ में भी अभिनय किया है और उनके लेखन को साहित्य प्रेमी सराहते हैं। उनकी कविता ‘मूसलाधार’ बारिश की बूंदों में छिपी भावनाओं और कहानियों को खूबसूरती से उजागर करती है।
वर्कफ्रंट की बात करें तो हंसल मेहता कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। उनकी हालिया फिल्म ‘द बकिंघम मर्डर्स’ थी, जिसमें करीना कपूर, रणवीर बरार, एश टंडन, कपिल रेडकर, राहुल सिद्धू, रुक्कू नाहर और प्रभलीन संधू जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई थी।