क्या हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार में वोटों की डकैती हुई? प्रमोद तिवारी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- प्रमोद तिवारी ने वोटों की डकैती का मुद्दा उठाया है।
- रैली का उद्देश्य लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना है।
- भाजपा पर आरोप लगाया गया है कि वह वोट का अधिकार चुरा रही है।
- घुसपैठियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
- कोलकाता में मेसी के कार्यक्रम में बवाल हुआ।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस एक महत्वपूर्ण रैली आयोजित करने जा रही है। इस रैली का मुख्य उद्देश्य एसआईआर के खिलाफ प्रदर्शन करना है। राहुल गांधी और कांग्रेस के कई प्रमुख नेता इस रैली में अपने विचार व्यक्त करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस रैली के संदर्भ में प्रमोद तिवारी ने कहा है कि हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार में केवल वोटों की चोरी नहीं हुई बल्कि वोटों की डकैती हुई है।
प्रमोद तिवारी ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि लोग इस रैली में एक मिशन के तहत आ रहे हैं। कल शाम से दिल्ली की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है। यह लोग लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए आए हैं।
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि देश की आज़ादी की लड़ाई में भाजपा अंग्रेज़ों के साथ थी। कांग्रेस के नेता जेल गए, फांसी का फंदा चुना और देश को स्वतंत्रता दिलाई। पंडित नेहरू ने राजेंद्र प्रसाद और बाबा साहेब अंबेडकर के साथ मिलकर संविधान का निर्माण किया। इससे वोट का अधिकार निकला, जिसे भाजपा चुरा रही है।
कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि जनता ने ठान लिया है कि वह वोटों की चोरी नहीं होने देगी। हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार में यह केवल चोरी नहीं, बल्कि एक बड़ी डकैती है।
कोलकाता में शनिवार को मेसी के कार्यक्रम में भारी बवाल देखने को मिला। इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और मुख्य आयोजक एस. दत्ता को गिरफ्तार किया। मेसी के कार्यक्रम से तुरंत निकल जाने के कारण प्रशंसकों में गुस्सा देखने को मिला। इस संदर्भ में प्रमोद तिवारी ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। बंगाल में क्रिकेट और फुटबॉल के प्रति लोगों का विशेष क्रेज है। यह आयोजकों की ओर से की गई कमी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस प्रकार खेल के मैदान को राजनीति का मैदान बना दिया है, यह निंदनीय है।
घुसपैठियों के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि अवैध रूप से आए लोगों के खिलाफ निश्चित तौर पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। देश में भाजपा की सरकार है, यदि घुसपैठिए अंदर आए हैं तो यह किसकी लापरवाही है?