क्या बंगाल चुनाव के बाद हुमायूं कबीर की पार्टी खत्म हो जाएगी: अजय आलोक?
सारांश
Key Takeaways
- हुमायूं कबीर की पार्टी का भविष्य संदिग्ध है।
- अजय आलोक ने टीएमसी पर निशाना साधा।
- बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की चिंता जताई गई।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने सोमवार को अपनी नई पार्टी की घोषणा की। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने टीएमसी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हुमायूं कबीर की पार्टी चुनाव के बाद गायब हो जाएगी।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जब किसी प्रदेश में विधानसभा चुनाव होते हैं, तो कई पार्टियां फफूंदी की तरह उगती हैं और चुनाव के बाद गायब हो जाती हैं। जैसे बिहार में प्रशांत किशोर ने भी पार्टी बनाई थी, जो अंततः गायब हो गई। हुमायूं कबीर भी इसी दिशा में बढ़ रहे हैं।"
अजय आलोक ने यह भी कहा, "हुमायूं कबीर पार्टी के साथ-साथ बाबरी मस्जिद का निर्माण भी कर रहे हैं। बांग्लादेश में जो हिंदुओं के साथ हो रहा है, उनकी इच्छा मुर्शिदाबाद में भी वही करने की है। बांग्लादेश हिंदुस्तान में दोहराया नहीं जा सकता। इस बात का उन्हें ध्यान रखना होगा।"
महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों के परिणामों पर उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की सारी विचारधारा को नजरअंदाज किया, जिसके बाद प्रदेश की जनता ने उन्हें उनके स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है।"
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर अजय आलोक ने कहा, "जानबूझकर हिंदुओं को लक्ष्य बनाकर मारा जा रहा है। वहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है और देश में शरिया कानून लागू करने और इस्लामिक राष्ट्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पूरी दुनिया बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रख रही है।" उन्होंने चिंता जताई कि अगर यह घटनाएं विश्व के हर देश में होने लगीं, तो परिणाम क्या होंगे?