क्या काजोल ने दुर्गा पंडाल की फोटो शेयर कर के देब मुखर्जी को किया याद?

सारांश
Key Takeaways
- काजोल ने दुर्गा पूजा के दौरान अपने चाचा को याद किया।
- परिवार में हाल के नुकसान के कारण पूजा में शामिल होना कठिन था।
- तनिषा मुखर्जी ने भी अपने चाचा के सपनों को आगे बढ़ाने की बात की।
- सोशल मीडिया पर दुर्गा पूजा का प्रचार किया गया।
- देब मुखर्जी का योगदान हर साल के दुर्गा पूजा आयोजन में महत्वपूर्ण था।
मुंबई, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री काजोल ने रविवार को इंस्टाग्राम पर दुर्गा पंडाल की कुछ तस्वीरें साझा कीं। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस वर्ष दुर्गा पूजा में शामिल होना उनके लिए कितना कठिन रहा।
इन तस्वीरों को साझा करते हुए काजोल ने लिखा, "मैं एक भावुक क्षण आपके साथ साझा कर रही हूं। पिछले साल हमारे परिवार में कई प्रियजनों को खोने के बाद, इस साल दुर्गा पंडाल में प्रवेश करना बहुत मुश्किल था और साथ ही हमें खुशी का अनुभव भी हुआ। हम सबको बहुत याद कर रहे हैं।"
काजोल ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर दुर्गा उत्सव की कई तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें वह अपनी बहन तनिषा मुखर्जी और चचेरे भाई-बहनों रानी और अयान मुखर्जी के साथ पोज देती नजर आ रही हैं।
गौरतलब है कि फिल्म निर्माता अयान मुखर्जी के पिता और काजोल, रानी तथा तनिषा मुखर्जी के चाचा देब मुखर्जी का निधन इसी वर्ष 14 मार्च को हुआ था। उनकी उम्र 83 वर्ष थी। देब मुखर्जी हर साल दुर्गा पूजा पंडाल का आयोजन करते थे।
अभिनेत्री तनिषा मुखर्जी ने राष्ट्र प्रेस के साथ एक विशेष बातचीत में पंडाल के बारे में बात की। इस दौरान वह अपने दिवंगत चाचा देब मुखर्जी को याद करती नजर आईं, जिनका इस साल मार्च में निधन हुआ था।
नवरात्रि की शुरुआत से पहले, तनिषा मुखर्जी ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "यह हमारे परिवार के लिए एक दुखद समय है क्योंकि इस साल हमारे परिवार में तीन लोगों का निधन हुआ है। हमारे देबू काका (देब मुखर्जी), जो हर साल दुर्गा पूजा का आयोजन करते थे, अब हमारे बीच नहीं हैं। इस बार पूजा में शामिल होना हमारे लिए थोड़ा कठिन होगा, लेकिन हम उनके सपने को आगे बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं।"
उन्होंने आगे बताया कि देब मुखर्जी चाहते थे कि हर साल दुर्गा पूजा और भी भव्य हो। इस बार सोशल मीडिया पर इस आयोजन का प्रचार किया गया है। तनिषा ने बताया कि देब मुखर्जी की इच्छा थी कि दुर्गा पूजा पर अधिक से अधिक लोगों को भोजन कराया जाए।