क्या कलाकारों का राजनीति में आना सिर्फ चुनाव लड़ने तक सीमित है? : पाखी हेगड़े
सारांश
Key Takeaways
- कलाकारों का राजनीति में आना केवल चुनाव तक सीमित नहीं होना चाहिए।
- समाज की समस्याओं को समझना और उनके लिए काम करना आवश्यक है।
- जमीनी स्तर पर काम करने से ही जनता का विश्वास प्राप्त किया जा सकता है।
- तेज प्रताप यादव जैसे नेताओं का उदय महत्वपूर्ण है।
पटना, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजनीति में कई भोजपुरी कलाकार सक्रिय हो चुके हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव राजद के टिकट पर छपरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इसी बीच, भोजपुरी अभिनेत्री पाखी हेगड़े ने राष्ट्र प्रेस के साथ एक विशेष बातचीत में कलाकारों के राजनीति में बढ़ते रुझान पर अपनी राय साझा की।
पाखी हेगड़े ने कहा कि जब कोई कलाकार अपने दर्शकों और प्रशंसकों की समस्याओं और आवश्यकताओं को समझकर उनके लिए कदम उठाता है, तो यह एक सकारात्मक पहल है।
उनका मानना है कि कलाकारों का राजनीति में आना केवल चुनाव लड़ने तक सीमित नहीं होना चाहिए। उन्हें समाज की समस्याओं को समझकर सही दिशा में योगदान देना चाहिए।
राजनीति में शामिल होने के सवाल पर पाखी ने कहा कि हर किसी को राजनीति में आने से पहले ग्राउंड लेवल पर काम करना चाहिए, ताकि वह लोगों से जुड़ सके और उनकी समस्याओं को समझ सके।
उन्होंने कहा कि पर्दे पर कितना भी काम कर लें, लेकिन राजनीति में आने के लिए जनता का नायक बनने की क्वालिटी होनी चाहिए, और इसके लिए पहले जमीनी स्तर पर काम करना आवश्यक है। वे तब राजनीति में आएंगी जब उन्हें लगेगा कि वे जननायक बन गई हैं।
तेज प्रताप यादव के कैंपेन और रोड शो में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा कि उनके साथ चुनावी प्रचार में भाग लेना एक अद्भुत अनुभव था। उन्होंने तेज प्रताप यादव को एक ईमानदार और नेकदिल नेता बताया और कहा कि उनके विचारों को सुनना उनके लिए महत्वपूर्ण था।
पाखी ने कहा कि ऐसे नेताओं का उदय होना आवश्यक है जो लोगों की समस्याओं को समझें और उन्हें सही मार्गदर्शन दे सकें। तेज प्रताप यादव की सकारात्मक छवि आज सभी के सामने आ रही है। यदि वे किसी और के साए में रहते, तो शायद अपनी पूरी क्षमता का प्रदर्शन नहीं कर पाते।