क्या कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता आज भी अलोकतांत्रिक है?

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क्या कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता आज भी अलोकतांत्रिक है?

सारांश

कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता पर भाजपा के रणधीर शर्मा ने कहा कि यह आज भी लोकतांत्रिक नहीं है। उन्होंने आपातकाल के ५० वर्ष पूरे होने पर तानाशाही के उदाहरणों की चर्चा की। क्या कांग्रेस लोकतंत्र का सम्मान करती है? जानिए इस महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता के बारे में।

Key Takeaways

  • कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता अलोकतांत्रिक है।
  • भाजपा ने संविधान की रक्षा के लिए काम किया है।
  • तानाशाही के निर्णयों की कड़ी निंदा की जा रही है।
  • लोकतंत्र के प्रहरियों को सम्मान राशि दी जानी चाहिए।
  • आपातकाल का इतिहास लोकतंत्र की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

मंडी, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश के भाजपा मीडिया प्रभारी रणधीर शर्मा ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल लगाना लोकतंत्र का गला घोंटना था। कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता आज भी अलोकतांत्रिक है, भाजपा राज्य सरकार के तानाशाही निर्णयों की कड़ी निंदा करती है।

रणधीर शर्मा ने आपातकाल के ५० वर्ष पूरे होने पर मंडी में आयोजित एक प्रेस वार्ता में यह बात कही। इस मौके पर नाचन के विधायक विनोद कुमार और मंडी जिला भाजपा के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे।

श्री नैना देवी जी से भाजपा विधायक रणधीर शर्मा का कहना है कि आज भी देश में कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता अलोकतांत्रिक ही है। कांग्रेस के नेता लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते और हमेशा तानाशाही तरीके से सरकार चलाने में विश्वास रखते हैं। भाजपा उनके ऐसे अलोकतांत्रिक तानाशाही निर्णयों की कड़ी निंदा करती है।

उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेता संविधान की प्रतियां दिखाकर भाजपा पर आरोप लगाते थे कि यदि उनकी सरकार बनी तो संविधान बदल देंगे, जबकि भाजपा ने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का काम किया है। भाजपा ने हमेशा ही संविधान की रक्षा के लिए काम किया है।

रणधीर शर्मा ने कहा कि जब भी सत्ता कांग्रेस के हाथ में जाती है, वे तानाशाही पर उतर आते हैं और इसके कई प्रत्यक्ष प्रमाण लोगों के सामने हैं। कांग्रेसी नेताओं ने हमेशा जनता को गुमराह करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि पूर्व की जयराम ठाकुर की सरकार ने लोकतंत्र के प्रहरियों के लिए सम्मान राशि की शुरुआत की थी, ताकि उन लोगों को मान-सम्मान मिल सके, जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपना अहम योगदान दिया है। लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही कांग्रेस सरकार ने उस धनराशि को तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया। बाद में हाई कोर्ट से फैसला आने के बाद यह सम्मान राशि बहाल हो सकी। प्रदेश सरकार लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ने वालों का कभी सम्मान नहीं कर सकती।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक दलों की मानसिकता लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति संवेदनशील होनी चाहिए। कांग्रेस और भाजपा दोनों को अपने कार्यों की समीक्षा करनी चाहिए। लोकतंत्र में सभी के विचारों का सम्मान होना चाहिए, और जनता को सच्चाई से अवगत कराना आवश्यक है।
NationPress
25/06/2025

Frequently Asked Questions

रणधीर शर्मा ने कांग्रेस पर क्या आरोप लगाए?
रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते और उनकी मानसिकता आज भी अलोकतांत्रिक है।
कांग्रेस के तानाशाही निर्णयों का क्या उदाहरण दिया गया?
उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस सत्ता में आती है, वे तानाशाही पर उतर आते हैं, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।