क्या खड़गे का बयान अंबेडकर विरोधी है? भाजपा नेता शहजाद पूनावाला का आरोप

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क्या खड़गे का बयान अंबेडकर विरोधी है? भाजपा नेता शहजाद पूनावाला का आरोप

सारांश

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर किए गए विवादास्पद बयान को लेकर भाजपा ने उन पर तीखा हमला किया है। क्या यह बयान वास्तव में अंबेडकर विरोधी है? जानिए इस मुद्दे के पीछे की सच्चाई और राजनीति की चालें।

Key Takeaways

  • खड़गे का बयान राजनीतिक विवाद का कारण बना।
  • भाजपा ने इसे अंबेडकर विरोधी करार दिया।
  • राजनीतिक बयानबाजी में एकता के लिए जिम्मेदारी की आवश्यकता है।
  • संविधान के प्रति सम्मान बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
  • समाज में सामंजस्य बनाए रखने के लिए सभी दलों को सतर्क रहना चाहिए।

नई दिल्ली, ८ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर भाजपा ने उन पर तीखा हमला किया है। भाजपा नेताओं का मानना है कि खड़गे ने जिस प्रकार से वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपति का अपमान किया है, उसके लिए उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस बयान को अंबेडकर विरोधी बताया।

मंगलवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान, पूनावाला ने कहा कि संवैधानिक पदों का अपमान और समुदायों का अनादर करना कांग्रेस पार्टी की पहचान बन गई है। चाहे राष्ट्रपति को 'राष्ट्रपत्नी' कहना हो, या उन्हें 'दुष्ट मानसिकता' वाला कहना हो, या उनका नाम 'मुर्मू' से बिगाड़कर 'मुर्मा' करना हो।

उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति कोविंद को 'कोविड' कहना और उनकी तुलना भू-माफिया से करना, यह कांग्रेस पार्टी की सामंती, अंबेडकर विरोधी और एससी-एसटी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। कर्नाटक में कांग्रेस ने अपनी इसी मानसिकता को उजागर किया। एससी-एसटी समाज के लोगों का फेक सर्वे कराया गया। वाल्मीकि घोटाला, एससी-एसटी फंड का दुरुपयोग किया गया। संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को दो बार चुनाव हराने का काम कांग्रेस ने किया है। उन्हें भारत रत्न से वंचित रखा गया। हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल(राजद) ने उनकी तस्वीर का अपमान किया। कांग्रेस पार्टी परिवार तंत्र को संविधान तंत्र से ऊपर रखते हैं।

पूनावाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जो स्वयं अनुसूचित जाति से आते हैं, उनके साथ कांग्रेस पार्टी का कैसा व्यवहार करती है, यह उन्हें जानना चाहिए। उन्होंने एक घटना का उल्लेख किया जब वायनाड लोकसभा उपचुनाव के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन दाखिल करते समय कांग्रेस के अध्यक्ष को बाहर रखा गया था।

भाजपा नेता ने कहा कि जिस तरह से प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति के संबंध में खड़गे की टिप्पणी की गई है, यह प्रथम परिवार की सोच को दर्शाता है। कांग्रेस ने इसी को प्रदर्शित किया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीति में बयानबाजी का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। ऐसे विवाद केवल राजनीतिक लाभ के लिए किए जाते हैं, जबकि असली मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जाता। देश की एकता और समरसता के लिए सभी दलों को जिम्मेदारी से बोलने की आवश्यकता है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

खड़गे के बयान का क्या महत्व है?
खड़गे का बयान राष्ट्रपति पद के प्रति सम्मान को चुनौती देता है और इससे समाज में तनाव बढ़ सकता है।
भाजपा का खड़गे के बयान पर क्या प्रतिक्रिया है?
भाजपा ने खड़गे के बयान को अंबेडकर विरोधी करार दिया है और माफी मांगने की मांग की है।
क्या कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया है?
भाजपा प्रवक्ता के अनुसार, कांग्रेस ने अंबेडकर के प्रति अपमानजनक टिप्पणियाँ की हैं।