क्या खेल में राजनीति नहीं होनी चाहिए? पाकिस्तान के साथ खेलने का फैसला देश के युवाओं पर : श्री श्री रविशंकर

सारांश
Key Takeaways
- खेलों में राजनीति का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
- युवाओं को निर्णय लेने का अवसर मिलना चाहिए।
- खेल शांति का संदेश देते हैं।
- भारत और पाकिस्तान को एशिया कप 2025 में आमने-सामने होने की संभावना।
- आपसी समझ और सद्भावना को बढ़ावा देना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट हमेशा चर्चा का केंद्र रहा है। एशिया कप 2025 का लीग मैच 14 सितंबर को निर्धारित है, जो राजनीति और बहस का नया दौर शुरू कर रहा है। कई लोग और राजनीतिक दल इस पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या वर्तमान परिस्थितियों में भारत को पाकिस्तान के साथ मैच खेलना चाहिए। इस दौरान आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने इस विषय पर अपनी राय व्यक्त की है।
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के चलते कुछ नेता मानते हैं कि इस समय पाकिस्तान से क्रिकेट खेलना उचित नहीं है। उनका कहना है कि जब सीमाओं पर संघर्ष और शांति भंग की घटनाएं हो रही हैं, तब पाकिस्तान के साथ खेलना सही नहीं है।
इस पर श्री श्री रविशंकर ने कहा कि खेलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का निर्णय देश के युवाओं पर छोड़ देना चाहिए। यदि वे खेलना चाहते हैं, तो किसी को उन्हें रोकने का अधिकार नहीं है।
रविशंकर ने कहा, "मेरा मानना है कि खेलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए या नहीं, यह निर्णय मैं युवाओं पर छोड़ता हूं। अगर वे खेलना चाहते हैं, तो कोई भी उन्हें रोक नहीं सकता।"
उन्होंने यह भी कहा कि खेल लोगों को जोड़ते हैं और शांति का संदेश देते हैं। खिलाड़ी राजनेता नहीं होते, वे स्वतंत्र होते हैं। हमें हर अवसर का स्वागत करना चाहिए जिससे आपसी समझ और सद्भावना बढ़े।
बातचीत को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने कहा, "हमें हर उस अवसर को खोजना चाहिए, जिससे हम दुनिया में शांति स्थापित कर सकें। हमें आपसी संघर्षों से ऊपर उठकर सोचना होगा।"
यह भी ध्यान देने योग्य है कि भारत और पाकिस्तान को एशिया कप 2025 में ग्रुप ए में रखा गया है। दोनों ही टीमों ने अपने-अपने पहले मैच जीतकर अच्छी शुरुआत की है। यदि भारत और पाकिस्तान अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में फिर से आमने-सामने हो सकती हैं।