क्या कांग्रेस-राजद ने बिहार को भाई-भतीजावाद और अपराध की ओर धकेल दिया है? : सीएम योगी

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में भाई-भतीजावाद और अपराध का मुद्दा गंभीर है।
- योगी ने एनडीए की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
- राजनीतिक स्थिरता का विकास में बड़ा योगदान है।
- बिहार के मतदाता को सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।
- कांग्रेस और राजद के खिलाफ योगी की तीखी आलोचना।
पटना, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की। दानापुर में एक विशाल रैली के दौरान उन्होंने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला किया।
उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस ने बिहार को जंगल राज और भाई-भतीजावाद का केंद्र बना दिया है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच एक गहरा रिश्ता है। एक ही आत्मा, एक संस्कृति, और एक संकल्प का बंधन है। यह बंधन भगवान राम और माता जानकी के संबंध जितना मजबूत है।
उन्होंने बिहार के राजनीतिक अतीत का जिक्र करते हुए कहा कि 1990 से 2005 तक राज्य जंगल राज से प्रभावित था, जहां भाई-भतीजावाद और अपराध का राज था। कांग्रेस और राजद ने बिहार की आध्यात्मिक भूमि को भाई-भतीजावाद और अपराध में बदल दिया, जिससे युवाओं के लिए पहचान का संकट उत्पन्न हुआ।
सीएम योगी ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को इस कलंक से मुक्त करने के लिए 20 वर्षों तक कड़ी मेहनत की है। अब डबल इंजन वाली सरकार प्रभावी विकास में जुटी है।
उन्होंने विपक्षी इंडिया ब्लॉक पर भी हमला करते हुए कहा कि वे चुनावों में धांधली करने और बिहार के विकास में रुकावट डालने का प्रयास कर रहे हैं।
योगी ने कहा कि एनडीए सरकार पारदर्शी मतदान का समर्थन करती है, जबकि कांग्रेस और आरजेडी धांधली की बात करती हैं। क्या उन्हें चुनाव में धांधली करने का अधिकार दिया जाना चाहिए? क्या विदेशी घुसपैठियों को यहां आकर दलितों और गरीबों के अधिकारों पर हमला करने की अनुमति दी जानी चाहिए?
उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश ने माफिया राज का सफाया कर दिया है और बिहार में भी ऐसा ही होना चाहिए। उन्होंने मतदाताओं से बिहार में एनडीए की वापसी सुनिश्चित करने की अपील की।
दानापुर रैली के बाद, योगी आदित्यनाथ ने सहरसा में एक और सभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने विपक्ष पर फिर से हमला किया।
उन्होंने कहा कि गरीबों का कल्याण कभी भी कांग्रेस या राजद का एजेंडा नहीं रहा। जब कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की, तब बिहार ने इसका विरोध किया। आज राजद ने खुद को उसी कांग्रेस के हाथों गिरवी रख दिया है। वे जयप्रकाश नारायण के सपनों को चकनाचूर कर रहे हैं।