क्या 'लैंड फॉर जॉब' घोटाले की सुनवाई 25 अगस्त तक टल गई?

सारांश
Key Takeaways
- 'लैंड फॉर जॉब' घोटाले में 100 से अधिक आरोपी हैं।
- सुनवाई की अगली तारीख 25 अगस्त है।
- वकीलों की हड़ताल के चलते सुनवाई टली।
- सीबीआई की जांच जारी है।
- इस मामले में आरोप 2004 से 2009 के बीच के हैं।
नई दिल्ली, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 'लैंड फॉर जॉब' भ्रष्टाचार मामले में शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई निर्धारित थी, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। अब यह सुनवाई सोमवार 25 अगस्त को होगी। इस दिन राबड़ी यादव के खिलाफ आरोप तय करने पर बहस होनी थी।
आज की सुनवाई में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप तय करने पर चर्चा होना थी। लेकिन, जैसे ही केस की कार्यवाही शुरू हुई, अदालत में उपस्थित हड़ताली वकीलों ने इसका विरोध किया। उन्होंने अनुरोध किया कि जब तक वकीलों की हड़ताल जारी है, तब तक अदालत को भी सहयोग करना चाहिए और सुनवाई को टाल देना चाहिए।
वकीलों और जज के बीच इस मुद्दे पर चर्चा हुई, जिसके परिणामस्वरूप अदालत ने आज की सुनवाई को स्थगित कर दिया और अगली तारीख 25 अगस्त तय की।
इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और हेमा यादव समेत लगभग 100 लोगों को आरोपी बनाया है।
शुक्रवार को अदालत ने लालू यादव की ओर से सुनवाई टालने की याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद आज की सुनवाई में राबड़ी देवी पर आरोप तय करने को लेकर बहस होनी थी, जो अब सोमवार को होगी।
ध्यान दें कि 'लैंड फॉर जॉब' घोटाला एक भ्रष्टाचार का मामला है, जिसमें आरोप है कि लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्री रहते हुए कुछ व्यक्तियों को रेलवे में नौकरी देने के बदले उनसे सस्ती दर पर जमीन ली। यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है। सीबीआई ने इस मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और अन्य पर आरोप लगाए हैं। जांच एजेंसियों का कहना है कि यह लेन-देन बिना किसी वैध प्रक्रिया के हुआ। वर्तमान में इस मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है।