क्या सीएम ममता बनर्जी हिंदुओं के प्रति जागरूक हो रही हैं? - संजय कुमार झा
सारांश
Key Takeaways
- महाकाल मंदिर का उद्घाटन सिलीगुड़ी में होगा।
- ममता बनर्जी का यह निर्णय हिंदू संस्कृति के प्रति जागरूकता का प्रतीक हो सकता है।
- बिहार के मंत्री संजय कुमार झा ने इस निर्णय का स्वागत किया।
- टीएमसी और कांग्रेस पर घुसपैठियों को बढ़ावा देने का आरोप।
पटना, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में राज्य के सबसे बड़े महाकाल मंदिर का आधारशिला रखने की घोषणा की है, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। इस पर बिहार सरकार के मंत्री संजय कुमार झा ने मंगलवार को अपनी प्रतिक्रिया दी।
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद जारी है। टीएमसी से निष्कासित विधायक हुमायूं कबीर के राज्य में बाबरी मस्जिद बनवाने की चर्चा काफी समय से चल रही है। सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य में सबसे बड़े महाकाल मंदिर के निर्माण को लेकर ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि सिलीगुड़ी में महाकाल मंदिर की आधारशिला जनवरी के दूसरे सप्ताह में रखी जाएगी।
Bihar के मंत्री संजय कुमार सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "यदि ममता बनर्जी ने हिंदू और सनातन के प्रति सकारात्मक सोच रखी है, तो उन्होंने अपने जीवन में पहली बार अच्छा निर्णय लिया है। हम इसका स्वागत करते हैं और धन्यवाद देते हैं। अगर महाकाल मंदिर की स्थापना होती है, तो यह निश्चित रूप से हिंदू संस्कृति के लिए एक अच्छी बात होगी। ममता बनर्जी को सद्बुद्धि आ गई है, जिसके कारण वे हिंदुओं के प्रति जागरूक हो रही हैं और ऐसा निर्णय ले रही हैं।"
उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने सत्ता में आने पर घुसपैठियों को वापस भेजने की बात कही थी। संजय कुमार सिंह ने कहा, "वहां की जनता को ऐसी सरकार नहीं चाहिए जो प्रदेश में घुसपैठियों को बढ़ावा दे रही है। इस देशद्रोह में टीएमसी और कांग्रेस शामिल हैं। लोग एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार को चुनेंगे, जो घुसपैठियों को बाहर निकालने का कार्य करेगी। देश के बजट का आधा हिस्सा वहां जा रहा है, जिससे आर्थिक नुकसान हो रहा है। घुसपैठियों को बढ़ावा देना गलत है और इससे संविधान को खतरा है।