क्या मराठवाड़ा में भारी बारिश से तबाही पर राहुल गांधी ने राहत कार्य तेज करने की अपील की?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का सरकार से राहत कार्यों में तेजी लाने का आग्रह।
- मराठवाड़ा में भारी बारिश से व्यापक फसल नुकसान।
- मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का प्रभावित क्षेत्रों का दौरा।
- किसानों के लिए सरकारी सहायता का आश्वासन।
- संजय राउत की प्रतिबद्धता की आलोचना।
नई दिल्ली/मुंबई, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में हुई भारी बारिश से जनहानि और फसलों के नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि राहत कार्यों में तेजी लाई जाए।
राहुल गांधी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में हुई भारी बारिश से जनहानि और फसलों के नुकसान की खबरें बेहद दुखद हैं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मैं सरकार और प्रशासन से निवेदन करता हूं कि राहत कार्यों में तेजी लाई जाए और किसानों की मदद की जाए।"
राहुल गांधी ने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी आग्रह किया है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करें।
मराठवाड़ा के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। इस भारी बारिश से नागरिकों और किसानों को अत्यधिक नुकसान हुआ है। बीड जिले के ११ तालुका बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वहीं, सोलापुर जिले में भीषण बाढ़ आई है।
इन कठिन परिस्थितियों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लातूर में प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी रायमोहा और येवलवाड़ी क्षेत्रों का दौरा किया और वहां किसानों से नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत है।
मंत्री छगन भुजबल ने नासिक में किसानों की क्षतिग्रस्त कृषि भूमि का निरीक्षण किया और उन्हें मदद का आश्वासन दिया।
हालांकि, शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के दौरे को प्रतीकात्मक बताया है। उन्होंने कहा कि लाखों किसान गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं, और नेतृत्व को इस संकट की वास्तविकता को समझना चाहिए।