क्या मुसलमानों को वक्फ कानून के नाम पर गुमराह करना बंद करेंगे? शाहनवाज हुसैन ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया है।
- बिहार की जनता समझदार है।
- एनडीए को भारी बहुमत मिलने की संभावना।
- वक्फ कानून को लेकर गुमराह करने की कोशिशें हो रही हैं।
- मुस्लिम मतदाता एनडीए के पक्ष में हैं।
भागलपुर, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने राहुल गांधी और महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को एक ही थाली के चट्टे बट्टे करार दिया। उन्होंने कहा कि ये केवल जनता को गुमराह कर सकते हैं, लेकिन बिहार की जनता समझदार है और महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया है।
भाजपा नेता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि पहले चरण के मतदान में हुई बंपर वोटिंग से यह स्पष्ट है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व और पीएम मोदी के आशीर्वाद से एनडीए भारी बहुमत से सरकार बनाने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व और अमित शाह की रणनीति से जो बिहार का माहौल बना है, वह एनडीए के पक्ष में है। बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि वे एक बार फिर एनडीए को सरकार में लाएंगे।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव वक्फ कानून को फाड़ने की बात करते हैं, जैसे कि पहले राहुल गांधी ने किया था। उन्हें समझना चाहिए कि यह कानून संसद से पास हुआ है और यह मुसलमानों के हक में है। इसलिए, तेजस्वी यादव या राहुल गांधी को मुसलमानों को वक्फ कानून के नाम पर गुमराह करना बंद करना चाहिए। मुसलमान भी यह जानता है कि यह संशोधन उनके बेहतरी के लिए है।
भाजपा नेता ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को चेतावनी दी कि वे बिहार की जनता को वक्फ कानून के नाम पर गुमराह करना बंद करें। हुसैन ने दावा किया है कि बिहार की जनता का आशीर्वाद, विशेषकर मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव एनडीए के पक्ष में है।
उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में हम भारी अंतर से जीत रहे हैं और मुस्लिम समुदाय भी हमारा समर्थन कर रहा है।
महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप के एनडीए में आने के संभावनाओं पर भाजपा नेता ने कहा कि एयरपोर्ट पर कई दल के नेता आपस में मिलते हैं, इसका अर्थ यह नहीं है कि वे एनडीए में शामिल हो रहे हैं। मैं भी कई दलों के नेताओं से एयरपोर्ट पर मिलता हूं।