क्या एनडीए 'घुसपैठियों' के मुद्दे पर बिहार में चुनाव जीतने की कोशिश कर रहा है? - तारिक अनवर

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए पर आरोप: बिहार में मुद्दों की कमी
- घुसपैठियों का मुद्दा चुनावी रणनीति
- कश्मीर मुद्दे पर फारूक अब्दुल्ला का समर्थन
- जीएसटी में सुधार की मांग
- राजनीतिक दलों के लिए कानून का समान अनुपालन
नई दिल्ली, ३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद तारिक अनवर ने एनडीए पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनके पास बिहार विधानसभा चुनाव में भाग लेने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है। इसलिए घुसपैठियों के मुद्दे को उठाकर चुनाव जीतने का प्रयास किया जा रहा है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा घुसपैठियों के मुद्दे को बार-बार उठाकर बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों का ध्रुवीकरण कर रही है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर घुसपैठिए बिहार में आ रहे हैं, तो इसके लिए गृह मंत्रालय जिम्मेदार है, जो इस पर चुप्पी साधे हुए है।
अनवर ने यह भी कहा कि बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय भारत से अधिक है, जिससे वहां से घुसपैठ का कोई तर्कसंगत कारण नहीं बनता।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर का राज्य दर्जा बहाल करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि वह १०० प्रतिशत सही हैं। वहां के लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। भारत के इतिहास में पहली बार किसी राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है।
अनवर ने कहा कि केंद्र सरकार ने वादा किया था कि जल्द ही पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कश्मीर से जुड़े हाल के फैसलों में वहां के लोगों को शामिल नहीं किया गया।
पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में उन्होंने कहा कि किसी भी नेता का अपमान सहन नहीं किया जा सकता। चाहे वह पीएम मोदी हों या अन्य नेता। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पीएम मोदी की बात होती है तो अपमान का शब्द इस्तेमाल होता है, लेकिन जब राहुल गांधी सहित कांग्रेस के नेताओं के लिए भाषा की मर्यादा टूटती है तो भाजपा माफी क्यों नहीं मांगती?
जीएसटी काउंसिल की बैठक पर उन्होंने कहा कि पूरा विपक्ष जीएसटी में कटौती की मांग कर रहा है। राहुल गांधी ने इसे 'गब्बर सिंह टैक्स' कहा था, जो बिल्कुल सही था। जीएसटी टैक्स से बेरोजगारी और महंगाई में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि यदि जीएसटी में सुधार होता है, तो यह एक बड़ी बात होगी।
पश्चिम बंगाल के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यदि कोई भी कानून तोड़ता है, तो कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित हो।