क्या विधानसभा चुनाव में एनडीए नया इतिहास रचेगा?

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने चुनावी मैदान में उतरने की पूरी तैयारी की है।
- 2005 और 2010 के रिकॉर्ड को तोड़ने का दावा।
- महागठबंधन की खींचतान पर एनडीए का ध्यान।
- बिहार की जनता ने एनडीए को भारी बहुमत से चुनने का मन बना लिया है।
- एनडीए और कांग्रेस के बीच की राजनीतिक प्रक्रिया में अंतर।
पटना, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर कहा कि हम चुनावी मैदान में पूरी ताकत के साथ उतरने को तैयार हैं और इस बार एनडीए एक नया इतिहास बनाएगा। 2005 और 2010 के रिकॉर्ड को भी तोड़ा
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने एनडीए के सीट बंटवारे पर कहा कि यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी और जैसे ही अंतिम निर्णय होगा, इसे मीडिया के साथ साझा किया जाएगा। सभी राजनीतिक दलों के नेता इस पर चर्चा कर रहे हैं और जल्दी ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए एक नया इतिहास रचेगा। उनका दावा है कि 2010 का रिकॉर्ड भी टूटेगा। इस बार एनडीए सबसे अधिक सीटें जीतेगा और कई रिकॉर्ड ध्वस्त होंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए सरकार को भारी बहुमत से पुनः चुनने का निर्णय लिया है।
महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान पर चौधरी ने तंज करते हुए कहा कि महागठबंधन से हमें कोई संबंध नहीं है। उन्हें आपस में विचार करने दीजिए। जनता ने एनडीए को प्रचंड बहुमत देने का संकल्प कर लिया है। हमारा ध्यान केवल जनता की सेवा और जीत पर है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के 14 नवंबर को इतिहास रचने के दावे पर चौधरी ने प्रतिक्रिया दी और कहा, "बिल्कुल इतिहास लिखा जाएगा। एनडीए 2010 में जीती सीटों से ज्यादा सीटें इस बार जीतेगा। इतिहास तो हम ही लिखेंगे।"
चुनाव को लेकर कांग्रेस की बैठक पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी प्रक्रिया के तहत बैठक कर रही है। पहले उनकी वर्किंग कमेटी की बैठक होती है, फिर चुनाव समिति की। वे अपनी प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं, यह एक अच्छी बात है।