क्या नित्यानंद राय ने विपक्ष को नफरत से भरा बताया?

सारांश
Key Takeaways
- नित्यानंद राय ने वोटर अधिकार यात्रा पर गंभीर आरोप लगाए।
- उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपमानजनक भाषा की निंदा की।
- बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के भविष्य पर सवाल उठाए।
पटना, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' को नफरत से भरा हुआ करार दिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा बिहार के लोगों को गुमराह करने के लिए की गई है। इस यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों के लिए मंच प्रदान किया गया।
भाजपा नेता नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार के लोगों से नफरत करने वाले विपक्षी नेताओं, विशेषकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का बिहार में अभिनंदन करने के लिए यह यात्रा आयोजित की गई थी।
उजियारपुर से लोकसभा सदस्य नित्यानंद राय ने राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश की 14 करोड़ जनता अपमानजनक टिप्पणियों को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की अशोभनीय भाषा का उपयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया गया है, उसे लेकर पूरे बिहार में उबाल और गुस्सा है। इसके लिए देश की जनता से माफी मांगे, वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पश्चिम बंगाल में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के गृहमंत्री अमित शाह को लेकर दिए बयान को आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा कि यह बयान देश को शर्मसार करने वाला है।
उन्होंने कहा, ''पश्चिम बंगाल की सरकार घुसपैठियों को जिस तरह से संरक्षण दे रही है, वह निश्चित रूप से देश के लिए चिंता का विषय है। एक तरफ घुसपैठियों को टीएमसी की सरकार पश्चिम बंगाल में संरक्षण दे रही है, तो दूसरी तरफ सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए केंद्र सरकार ने फुलप्रूफ इंतजाम किए हैं। ममता बनर्जी की सरकार केंद्र सरकार के इस काम में अड़ंगा लगा रही है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के फंड ट्रांसफर करने के बावजूद पश्चिम बंगाल की सरकार भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में रुकावट खड़ी कर रही है, क्योंकि ममता सरकार की ममता घुसपैठियों के लिए है।
उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि 'वोटर अधिकार यात्रा' का मूल मकसद घुसपैठियों को बचाना था।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इस यात्रा के जरिए बांग्लादेशी, रोहिंग्या और विदेशी घुसपैठियों को संरक्षण देकर उनके नाम वोटर लिस्ट में जोड़वाना चाहते हैं, ताकि बिहार चुनाव को प्रभावित किया जा सके और उसके बल पर राजद और कांग्रेस की नापाक सरकार बना सकें।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नित्यानंद ने दावा किया कि आगामी चुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ होगा और जनता उन्हें 40 से भी कम सीटों पर समेट देगी।