क्या पाकिस्तान की जनता से दुश्मनी नहीं, आतंक और कट्टरपंथ से है लड़ाई? : शमिक भट्टाचार्य
सारांश
Key Takeaways
- शमिक भट्टाचार्य ने पाकिस्तान के निर्माण के कारणों का जिक्र किया।
- भारत का संघर्ष आतंकवाद और कट्टरपंथ से है।
- बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की स्थिति गंभीर है।
- राजनीतिक स्थिति को लेकर सत्ताधारी नेताओं के बयानों पर ध्यान देना जरूरी है।
- भाजपा देश की सुरक्षा और संस्कृति के प्रति गंभीर है।
कोलकाता, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि आजादी से पहले पाकिस्तान नाम का कोई देश या राज्य नहीं था। पाकिस्तान का अस्तित्व हमारे कुछ राष्ट्रीय नेताओं की गलतियों का परिणाम था। उन्होंने 1937 का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी कोलकाता शहर में, लगभग इसी स्थान पर कांग्रेस के एक अधिवेशन में वंदे मातरम को अपनाने का मुद्दा उठाया गया था। यदि उस दिन कांग्रेस नेतृत्व मुस्लिम लीग के दबाव के सामने नहीं झुकता, तो देश का बंटवारा नहीं होता।
शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि देश के बंटवारे का खामियाजा भारत और पाकिस्तान दोनों ने उठाया, लेकिन आज की स्थिति यह है कि पाकिस्तान कमजोर हो चुका है। भारत की पाकिस्तान की आम जनता के प्रति कोई दुश्मनी नहीं है। भारत हमेशा शांति का संदेश देने वाला देश रहा है। हमारी लड़ाई पाकिस्तान की जनता से नहीं, बल्कि उन ताकतों से है जो पाकिस्तान की भूमि का उपयोग कर कट्टरपंथ और आतंकवाद फैलाती हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की भूमि से भारत के खिलाफ रेडिकलाइजेशन को बढ़ावा दिया जाता है। बांग्लादेश की सीमा का सहारा लेकर देश के कई हिस्सों में एंटी-इंडिया गतिविधियां चलाई जाती हैं और लोगों को भड़काया जाता है। भारत इन सभी मामलों के खिलाफ सख्त है। प्रधानमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि भारत के खिलाफ सीमा पार से कोई भी कार्रवाई होती है, तो इसे हमला माना जाएगा और भारत अपनी निर्धारित प्रक्रिया के तहत कड़ा जवाब देगा।
शमिक भट्टाचार्य ने टीएमसी सांसद सौगत रॉय के सीएम ममता बनर्जी पर दिए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। भट्टाचार्य ने चुटकी लेते हुए कहा, "सच बोलने के लिए सौगत रॉय का बहुत-बहुत धन्यवाद। सौगत रॉय ने सीधे और स्पष्ट शब्दों में सच्चाई कही है। यदि ममता बनर्जी पुनः सत्ता में आईं, तो पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनने में समय नहीं लगेगा।"
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि बांग्लादेश में कट्टरपंथ तेजी से बढ़ रहा है और वहां हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है और डर का माहौल बनाया जा रहा है। बांग्लादेश में हालात इतने खराब हैं कि वहां रविंद्रनाथ टैगोर की प्रतिमाएं तक तोड़ी जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में भी कुछ लोग सत्ताधारी पार्टी के छात्र नेता बनकर रविंद्रनाथ टैगोर की तस्वीरों का अपमान कर रहे हैं। इन सभी घटनाओं से यह सवाल उठता है कि यदि ममता बनर्जी फिर से सत्ता में आती हैं, तो क्या पश्चिम बंगाल की स्थिति भी बांग्लादेश जैसी हो जाएगी?
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता के सामने इन मुद्दों को लाना आवश्यक है। लोगों को यह समझना होगा कि राज्य किस दिशा में जा रहा है। शमिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि भाजपा इन मुद्दों को मजबूती से उठाती रहेगी और देश की सुरक्षा, संस्कृति और एकता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।