क्या पाकिस्तान को फायदा पहुंचाने के लिए खेला गया था मैच? : संजय राउत

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क्या पाकिस्तान को फायदा पहुंचाने के लिए खेला गया था मैच? : संजय राउत

सारांश

संजय राउत ने भारत-पाकिस्तान मैच पर उठाए गए सवालों से देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। क्या यह मैच वाकई पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने के लिए खेला गया था? जानें उनके आरोप और इस विवाद की गहराई।

Key Takeaways

  • पाकिस्तान के साथ खेलना संजय राउत के अनुसार एक अपराध है।
  • इस मैच पर डेढ़ लाख करोड़ का सट्टा खेला गया।
  • भारत की टीम ने मैच खेलने की इच्छा नहीं जताई।
  • बाला साहेब ठाकरे का हमेशा विरोध रहा है।
  • पाकिस्तान को इस मैच से आर्थिक लाभ हुआ।

नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले की आलोचना करते हुए केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ खेलना एक अपराध और देशद्रोह है।

राउत ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हरा दिया है, लेकिन 25 महिलाओं की मांग का क्या हुआ जो गायब कर दी गईं? जब पाकिस्तान को घुसकर मारने का अवसर था, तब भाजपा की सरकार ने पीछे हटने का निर्णय लिया।

उन्होंने यह भी कहा कि रविवार को क्रिकेट के मैदान पर जो कुछ हुआ, क्या वह फिक्स मैच था? इस मैच पर डेढ़ लाख करोड़ रुपए का सट्टा खेला गया, जिसमें पाकिस्तान को भी अपना हिस्सा मिला होगा। मैच के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कम से कम एक हजार करोड़ रुपए प्राप्त हुए होंगे।

संजय राउत ने आरोप लगाया कि यह मैच पाकिस्तान को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से खेला गया था।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए राउत ने सवाल किया कि क्या उन्हें इस सबकी जानकारी नहीं है? क्या भारतीय क्रिकेट बोर्ड को इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली? भारत की टीम ने मैच खेलने की इच्छा नहीं जताई, फिर भी सरकार ने उन्हें खेलने के लिए मजबूर किया। यदि सरकार ने अनुमति नहीं दी होती तो टीम मैदान पर नहीं उतरती।

राउत ने शिवसेना के शिंदे गुट पर भी तंज कस्ते हुए कहा कि बाला साहेब ठाकरे की तस्वीरें लगाना बंद करें। बाला साहेब ठाकरे ने भारत-पाकिस्तान मैच का हमेशा विरोध किया था। क्या आपको इस बारे में नहीं पता?

उन्होंने देवेंद्र फडणवीस और शरद पवार पर भी आरोप लगाया कि राष्ट्रवाद के भाषण देने और पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का यही काम कई भारतीय नेताओं ने किया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि खेल और राजनीति का गहरा संबंध होता है। संजय राउत के आरोप हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या खेल का मैदान कभी-कभी राजनीतिक खेल का हिस्सा बन जाता है। हमें इस पर गहराई से विचार करना चाहिए।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

संजय राउत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या आरोप लगाए?
संजय राउत ने कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच एक फिक्स मैच था और यह पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने के लिए खेला गया।
क्या यह मैच वाकई फिक्स था?
राउत ने इसे फिक्स मैच बताते हुए कहा कि इसमें डेढ़ लाख करोड़ का सट्टा लगा था।
क्या सरकार ने खिलाड़ी को खेलने के लिए मजबूर किया?
राउत ने कहा कि भारतीय टीम ने मैच खेलने की इच्छा नहीं जताई, फिर भी सरकार ने उन्हें खेलने के लिए मजबूर किया।
बाला साहेब ठाकरे का इस मामले में क्या कहना था?
राउत ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने हमेशा भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध किया।
क्या इस मैच से पाकिस्तान को आर्थिक लाभ हुआ?
राउत ने आरोप लगाया कि इस मैच से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कम से कम एक हजार करोड़ रुपए मिले।