क्या पश्चिम बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर खत्म हो गया है? : रुद्रनील घोष

सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति गंभीर है।
- रुद्रनील घोष ने ममता बनर्जी की सरकार पर आरोप लगाए।
- टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाएँ बढ़ी हैं।
- ममता बनर्जी ने इन आरोपों का खंडन किया है।
- यह मुद्दा राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गया है।
कोलकाता, ४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के नेता और अभिनेता रुद्रनील घोष ने शुक्रवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर के समाप्त होने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता रुद्रनील घोष ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "तृणमूल ही तृणमूल की हत्या करने पर उतारू है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी खुद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के हमले का शिकार हुए हैं। ऐसे में प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर बचा है, इसके क्या सबूत हैं? सिद्दीकुल्ला चौधरी ने वक्फ कानून के बहाने लोगों को फुसलाकर हिंदुओं पर हमले करवाए। यह बात मैं या भाजपा नहीं, बल्कि उच्च न्यायालय की जो विशेष समिति बनाई गई थी, उसने कहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "हर कोई जानता है कि शहर में जहाँ-जहाँ हिंदू देवी-देवताओं के फोटो लगे थे, वहां तोड़फोड़ की गई। हिंदुओं पर हमले के लिए एक बड़ी साजिश की गई है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति कैसी है, इसके क्या प्रमाण हैं?"
कस्बा की घटना का जिक्र करते हुए घोष ने कहा, "कोलकाता में आरजीकर में महिला डॉक्टर की हत्या के बाद कस्बा में टीएमसी छात्र परिषद के छात्रों द्वारा लड़कियों पर अत्याचार किया गया। यह वही लोग हैं जिन पर वर्षों से आपराधिक मामले चल रहे हैं। जब मुर्शिदाबाद में लोगों पर हमले होते हैं, तो ममता बनर्जी पुलिस को रोके रखती हैं। पुलिस को कानून और संविधान का पालन न करने के लिए कहती हैं और टीएमसी के लिए लॉ एंड ऑर्डर को मनमानी से उपयोग करने को निर्देशित करती हैं। इस तरह से प्रदेश से लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह समाप्त हो चुका है।
उन्होंने कहा, "जिन अध्यापकों की नौकरी टीएमसी ने छीनी है, कुछ दिन पहले विकास भवन के सामने टीएमसी के गुंडों ने उन्हें घायल किया। इसके बाद पुलिस ने भी लोगों को पीटा। यह सभी घटनाएं ममता बनर्जी के निर्देश पर हुई हैं।"