क्या पति-पत्नी की 15 साल की सरकार ने बिहार में कुछ किया?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार के राजनीतिक हालात पर चर्चा।
- लालू-राबड़ी के शासन की उपलब्धियों पर सवाल।
- राहुल गांधी की राजनीति और उनके बयानों की समीक्षा।
- विपक्ष की रणनीतियाँ और चुनावी माहौल।
- बिहार विधानसभा चुनाव की महत्वपूर्ण तिथियाँ।
पटना, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए एक बयान के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने हमला बोला है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राहुल गांधी के पास कहने के लिए कुछ नहीं है। बिहार में लालू-राबड़ी के शासनकाल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में पति-पत्नी की 15 वर्षों तक सरकार रही। ये लोग बताएं कि 15 साल के शासन में कौन-सा काम किया गया?
मीडिया से बातचीत में भाजपा नेता ने कहा कि देश में लंबे समय तक कांग्रेस का शासन रहा, और बिहार में राजद की 15 साल की सरकार रही। इनके पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। जब कहने को कुछ नहीं होता, तब ऐसे ही बातें करते हैं। जनता इन्हें अच्छी तरह से समझ चुकी है।
राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को सिर्फ मनोरंजन करना आता है। जब वह बिहार आते हैं तो कुछ भी कह देते हैं। सनातन से उन्हें प्रेम नहीं है, और उनके दोस्त सनातन का अपमान करते हैं। जनता उनकी बातों को समझ चुकी है। ये लोग देश के खिलाफ काम करते हैं और जनता को भड़काने का प्रयास करते हैं। जंगलराज के बारे में वे कैसे बोलेंगे? इस स्थिति में उनके पास एक ही विकल्प बचता है कि पीएम मोदी का नाम लेकर कुछ भी बोलते रहें।
एसआईआर के दूसरे चरण को लेकर विपक्षी नेताओं के बयानों पर भाजपा नेता ने कहा कि ये लोग घुसपैठियों को भारत का नागरिक बनाना चाहते हैं। वोटर लिस्ट में नाम न कटे, इसके लिए प्रयासरत हैं। बिहार में भी विपक्षी नेताओं ने यही किया। एसआईआर से वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण होता है, और केवल वैध मतदाता ही वोटर लिस्ट में बने रह सकते हैं।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला है। मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।