क्या पीडीए पाठशाला को पुलिस रोक सकती है? : अखिलेश यादव

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला
- पीडीए पाठशाला के लिए समर्थन
- शिक्षकों की भर्ती की आवश्यकता
- सरकारी नीतियों पर सवाल उठाना
- बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा
लखनऊ, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि अंग्रेजों ने भी शिक्षा के मामले में कभी किसी पर एफआईआर नहीं कराई, लेकिन यह सरकार सोचती है कि पुलिस से पीडीए पाठशाला बंद हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता।
अखिलेश यादव ने जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि पीडीए पाठशाला को रोकने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा। उन्होंने सरकार पर स्कूलों के विलय को लेकर फिर से निशाना साधा। उनका कहना है कि जब तक सरकार स्कूलों में शिक्षकों और प्रिंसिपलों की भर्ती नहीं करती, तब तक समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता छात्रों को पढ़ाते रहेंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री को पाठशालाओं की वास्तविक स्थिति देखने की सलाह दी और याद दिलाया कि उनकी सरकार ने अभिनव-संस्कृति स्कूल खोला था। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने खुद यह स्वीकार किया है कि कई स्कूल बंद हो गए हैं और कुछ का विलय किया गया है। जब तक नए शिक्षकों की भर्ती नहीं होती, तब तक समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता छात्रों को पढ़ाते रहेंगे।
अखिलेश ने बलिया से आए पत्र का जिक्र किया और कहा कि यह पत्र सरकार की सोच को दर्शाता है। यह सरकार बुनियादी मुद्दों पर सवाल उठाने से बचने के लिए ऐसा कर रही है। उन्होंने प्रयागराज में बाढ़ से प्रभावित लोगों का भी जिक्र किया और सरकार से राहत की मांग की।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा बताए कि भारत का क्षेत्रफल पहले कितना था और अब कितना है। जिस दिन इसका उत्तर देंगे, हम भी तिरंगा लेकर निकलेंगे। बेरोजगारी और महंगाई को समाजवादी सिद्धांतों से ही कम किया जा सकता है।
उन्होंने चुनाव आयोग पर बेईमानी का आरोप लगाया और कहा, "कैमरे में कैद है कि पुलिस चुनाव में वोट डलवाने में लगी थी, लेकिन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की।"
अखिलेश ने गोसाईगंज नगरपालिका चुनाव में नकली आधार और वोटर आईडी बनाने की मशीनों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास नकली आधार आईडी बनाने की मशीनें हैं।