क्या पीडीए पाठशाला चलाकर बच्चों की पढ़ाई कराएंगे अखिलेश यादव?

सारांश
Key Takeaways
- पीडीए पाठशाला की शुरुआत बच्चों की पढ़ाई के लिए एक नई पहल है।
- अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- समाजवादी कार्यकर्ताओं को बच्चों के भविष्य संवारने की जिम्मेदारी दी गई है।
लखनऊ, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मर्जर स्कूलों पर प्रदेश सरकार को जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि यदि स्कूल बंद होते हैं, तो समाजवादी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर बच्चों को पढ़ाने का कार्य करेंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि “पीडीए पाठशाला” शुरू की जाएगी ताकि बच्चों की पढ़ाई की जा सके। कन्नौज के एक दिवसीय दौरे पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि समाजवादी साथी उन गांवों में टीम बनाएं जहां स्कूल बंद हो रहे हैं। उन्होंने पढ़े-लिखे युवाओं, पार्टी समर्थकों और सेवानिवृत्त शिक्षकों से अपील की कि वे पीडीए पाठशाला स्थापित करें और बच्चों का भविष्य संवारें।
उन्होंने बताया कि समाजवादी सरकार बनने पर बंद किए गए स्कूलों को और भी बेहतर तरीके से पुनः खोला जाएगा। भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने की साजिश कर रही है ताकि गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा सके।
अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान में शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित किया गया है, लेकिन भाजपा सरकार स्कूलों को बंद कर इस अधिकार को कमजोर कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब स्कूल और शिक्षण संस्थान नहीं रहेंगे, तो पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) वर्ग के बच्चे कहां पढ़ेंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने पिछले नौ वर्षों में कन्नौज का विकास नहीं होने दिया और विकास कार्यों को रोक दिया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर कन्नौज का ऐतिहासिक विकास सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा में किसी की नहीं सुनी जाती, यहां तक कि उनके खुद के नेताओं को भी न्याय नहीं मिल रहा। डिप्टी सीएम तक को डांटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में बैठे लोग अपने विभागों पर ध्यान नहीं दे रहे और समाजवादियों पर झूठे आरोप लगाकर केवल नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।