क्या पीएम मोदी हमेशा बिहार के लिए खुशहाली लाते हैं? : राजीव रंजन
सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का दौरा बिहार के लिए खुशहाली लाता है।
- बिहार में 1 लाख 85 हजार करोड़ रुपए का विकास कार्य चल रहा है।
- राजीव रंजन ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2030 तक बिहार को शीर्ष 10 राज्यों में शामिल करने का संकल्प लिया।
- महागठबंधन की वापसी की संभावनाएँ कम हैं।
- एनडीए जनता का आशीर्वाद पाकर महागठबंधन को पराजित करेगा।
पटना, 24 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता राजीव रंजन ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का बिहार दौरा हमेशा राज्य के लिए खुशहाली लेकर आता है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के छह दशकों में कांग्रेस बिहार को वह नहीं दे पाई, जो पीएम मोदी ने पिछले 11 वर्षों में दिया। बिहार में 1 लाख 85 हजार करोड़ रुपए की लागत से हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है। केंद्र सरकार ने बाढ़ नियंत्रण के लिए भी बड़ी राशि आवंटित की है और मखाना को वैश्विक बाजार भी मिला है।
राजीव रंजन ने यह भी कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था को उछाल मिला है और इसके लिए राज्यवासी पीएम मोदी के आभारी हैं। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को 2030 तक देश के शीर्ष 10 राज्यों में शामिल करने का संकल्प दोहराया।
राजद नेता तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी को पहले अपनी विश्वसनीयता साबित करनी होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे मुख्यमंत्री तब बनेंगे जब लोग उन्हें वोट करेंगे। नीतीश कुमार के 20 वर्षों के कार्यकाल को सबने देखा है।
उन्होंने तेजस्वी पर लैंड फॉर जॉब मामले में आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उन्हें अयोग्यता के कारण चुनाव लड़ने से रोका गया है। ऐसे में जिस पार्टी के मुखिया और परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, बिहार की जनता ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं कर सकती।
राजीव रंजन ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बिहार में वापसी नहीं कर सकता।
उन्होंने दावा किया कि एनडीए जनता का आशीर्वाद हासिल कर महागठबंधन को बुरी तरह पराजित करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए एकजुट है और नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे, जिन्हें एनडीए के सभी दलों का पूर्ण समर्थन प्राप्त है।