क्या पीएम मोदी के बिहार दौरे पर तेजस्वी यादव का हमला उचित है?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का दौरा बिहार के विकास के लिए संभावित है।
- तेजस्वी यादव ने मोदी पर जुमलेबाजी का आरोप लगाया।
- पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।
- भाजपा का कहना है कि विपक्ष नकारात्मक राजनीति कर रहा है।
- बिहार की असली समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
पटना, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार 15 सितंबर को बिहार के सीमांचल क्षेत्र में पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करने जा रहे हैं। इस दौरे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पीएम के दौरे पर कटाक्षजुमलेबाजी करेंगे और बिहार के वास्तविक मुद्दों पर चर्चा करने से दूर रहेंगे।
तेजस्वी ने कहा, "प्रधानमंत्री पूर्णिया आएंगे, लेकिन मेडिकल कॉलेज की स्थिति की जांच करने का साहस नहीं करेंगे। मैंने स्वयं वहां का औचक निरीक्षण किया और वहां की खराब स्थिति को उजागर किया। पीएम को सुझाव है कि वे मेडिकल कॉलेज का दौरा करें और अपने साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी ले जाएं।"
उन्होंने यह भी कहा कि पीएम घुसपैठियों जैसे मुद्दों पर तो बोलेंगे, लेकिन बिहार के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप रहेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की प्रगति और गरीबों के जीवन को सुधारने की बात पीएम के एजेंडे में नहीं होगी। वे किन मुद्दों पर बात करेंगे, यह राज्य की जनता जानती है।
तेजस्वी ने भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहे क्रिकेट मैच पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा, "पीएम मोदी कहते थे कि उनकी रगों में सिंदूर दौड़ता है, इस सवाल का उत्तर उन्हें देना चाहिए। जिनकी रगों में सिंदूर दौड़ रहा है, वही मैच करा रहे हैं। उनकी रगों में सिंदूर दौड़ता है, कभी युद्ध विराम होता है, कभी भारत-पाकिस्तान के बीच मैच होता है, तो कभी खून और पानी के रिश्ते तोड़ दिए जाते हैं। इस सवाल का जवाब प्रधानमंत्री को ही देना चाहिए।"
वहीं भाजपा का कहना है कि पीएम मोदी का दौरा बिहार के विकास के लिए ऐतिहासिक है। पूर्णिया एयरपोर्ट से सीमांचल क्षेत्र में कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। विपक्ष केवल नकारात्मक राजनीति कर रहा है।