क्या पीएम मोदी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी पर एनडीए चार सितंबर को बिहार बंद करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार बंद का उद्देश्य महिलाओं के अपमान के खिलाफ एकजुटता व्यक्त करना है।
- एनडीए ने सभी घटक दलों के साथ मिलकर यह निर्णय लिया है।
- यह घटना बिहार के लिए कलंक है और सभी को इसका विरोध करना चाहिए।
पटना, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के दरभंगा में कांग्रेस और राजद के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी पर एनडीए की संयुक्त महिला मोर्चा ने चार सितंबर को बिहार बंद की घोषणा की है। बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को हुई एनडीए की संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी को लेकर विपक्ष को कटघरे में खड़ा करते हुए सभी ने इस घटना की निंदा की।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह घटना बिहार के लिए कलंक है। मां भगवान की प्रतिमूर्ति होती हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी राजनीतिक मंच से किसी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति और उनके परिवार के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की जा सकती है? जो हमें भगवान की तरह पालती हैं, क्या कोई उसी मां के बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर सकता है? यह घटना बिहार को शर्मसार करती है।
उन्होंने बताया कि एनडीए घटक दलों की महिला मोर्चा ने पीएम मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में चार सितंबर को बिहार बंद करने का निर्णय लिया है। यह बंद सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। बंद के दौरान आपातकालीन सेवाएं इस बंद से मुक्त रहेंगी। इस बिहार बंद का उद्देश्य इस घटना का प्रतिकार करना है।
उन्होंने बिहार के लोगों से अपील की कि इस बंद में सभी एकजुट होकर राजद-कांग्रेस द्वारा की गई इस घटना का प्रतिकार करें। यह महिलाओं के अपमान की बात है, इस कारण बिहार में यह पहली बार है कि महिला मोर्चा की महिलाएं बंद कार्यक्रम में अपनी भूमिका निभाएंगी।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन के वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राजद और कांग्रेस के मंच से जिस तरह पीएम मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी की गई, यह लोकतांत्रिक परंपरा का अपमान है। आश्चर्यजनक बात यह है कि महागठबंधन की ओर से अब तक इस घटना को लेकर माफी नहीं मांगी गई है। बिहार की धरती ऐसे लोगों को छोड़ेगी नहीं और इसका जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि चार सितंबर को एनडीए महिला मोर्चा की महिलाएं सड़कों पर उतरेंगी। इस प्रेस वार्ता में एनडीए के सभी घटक दलों के प्रदेश अध्यक्ष और महिला मोर्चा की अध्यक्ष उपस्थित रहे।