क्या लोकतंत्र खतरे में है, या राहुल गांधी का भविष्य संकट में है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत का लोकतंत्र सुरक्षित है।
- राहुल गांधी के विदेश बयानों ने उनके भविष्य को प्रभावित किया है।
- जनता की आवाज अब सुनी जा रही है।
- कांग्रेस सरकार के समय में आवाजें दबाई जाती थीं।
- पीएम मोदी ने भारत को वैश्विक पहचान दिलाई है।
पटना, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कोलंबिया में किए गए हालिया बयानों को बेतुका करार दिया है। उनका कहना है कि जब भी राहुल गांधी विदेश यात्रा पर जाते हैं, वे वहाँ भारत को अपमानित करने वाले बयान ही देते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बायनबाजी से उनका भविष्य संकट में दिखाई दे रहा है।
मंत्री नितिन नबीन ने स्पष्ट किया कि भारत का लोकतंत्र खतरे में नहीं है, बल्कि राहुल गांधी का भविष्य संकट में है। देश की जनता, विशेषकर बिहार की जनता, अच्छी तरह जान चुकी है कि जब भी राहुल गांधी विदेश जाते हैं, वे देश के लिए अपमानजनक बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तब खतरे में था जब कांग्रेस ने देश में इमरजेंसी लागू की थी। आज लोकतंत्र सुरक्षित हाथों में है।
नितिन नबीन ने कहा कि कांग्रेस के समय में केवल जनता की आवाज दबाई जाती थी। लेकिन अब जनता अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार चलाती है। आज जनता की आवाज सुनी जाती है, ना कि कांग्रेस सरकार के समय की तरह दबाया जाता है।
मंत्री नितिन नबीन ने संजय राउत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी बातें केवल वही समझ सकते हैं, लेकिन यह तय है कि रावण अन्याय का प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार ने अत्याचारी सरकारों का अंत कर दिया है और देश में न्याय एवं विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है।
नितिन नबीन ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पूरे 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान बढ़ाया है और यदि कोई उनके लिए तारीफ करता है, तो यह पूरे देश के लोगों के सम्मान को बढ़ाने जैसा है। उनके अनुसार, मोदी की नेतृत्व क्षमता ने भारत को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है।