क्या राहुल गांधी का हाइड्रोजन बम फुस्स पटाखा निकला? भाजपा नेता आरपी सिंह का आरोप
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का हाइड्रोजन बम बयान विवादास्पद है।
- भाजपा ने कांग्रेस की हताशा को उजागर किया है।
- राजनीति में बयानबाजी अक्सर अपने विरोधियों को कमजोर करने के लिए होती है।
- यदि कोई आरोप है तो उसे प्रमाणित होना चाहिए।
- बिहार चुनाव में कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती दिख रही है।
नई दिल्ली, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बीच, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने कांग्रेस और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस हताशा का शिकार हो चुकी है, यही कारण है कि राहुल गांधी और अन्य नेता ईवीएम को दोष देते हैं और कभी-कभार वोट चोरी जैसी मनगढ़ंत बातें करते हैं।
राहुल गांधी के जेन-जी वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, आरपी. सिंह ने कहा कि इन लोगों की कोशिश देश में अराजकता का माहौल बनाने की रहती है।
उन्होंने याद दिलाया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ आंदोलन के दौरान, सोनिया गांधी ने एक भाषण दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि यह करो या मरो की लड़ाई होगी, और उसके बाद रविवार को दिल्ली में दंगे भड़क उठे थे।
भाजपा नेता ने कहा कि ये लोग प्रधानमंत्री मोदी को वोट के आधार पर नहीं हरा सकते हैं, इसलिए वे अराजकता पैदा कर रहे हैं ताकि यह बता सकें कि देश ठीक से नहीं चल रहा है।
राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम वाले बयान पर आरपी. सिंह ने कहा कि उन्होंने जिसे हाइड्रोजन बम कहा, वह एक छोटे पटाखे से ज्यादा कुछ नहीं था। हमें भी करीबी हार मिली, लेकिन हमने कभी यह आरोप नहीं लगाया कि वोट चुराए जा रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि अगर राहुल गांधी के पास कोई सबूत है, तो उन्हें चुनाव आयोग को एक शपथ पत्र सौंपना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे लोगों से किस मुद्दे पर वोट मांगें। सही मायने में, वे अपने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष पद का भी मजाक बना रहे हैं। वोट चोरी साबित करने के लिए आपके पास सबूत होना चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यह पता चल चुका है कि वे बिहार में चुनाव हार रहे हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी उल्टी-सीधी बातें कर रहे हैं।