क्या राहुल गांधी का 'हाइड्रोजन बम' वास्तव में 'फुस्स बम' निकला? : सीएम फडणवीस

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का 'हाइड्रोजन बम' एक विवादित बयान है।
- सीएम फडणवीस ने इसे 'फुस्स बम' कहा।
- बंजारा समाज की आरक्षण की मांग महत्वपूर्ण है।
- आंदोलन की चेतावनी दी गई है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो यह राज्यव्यापी हो सकता है।
मुंबई, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी द्वारा दावा किया गया 'हाइड्रोजन बम' दरअसल एक फुस्स बम साबित हुआ। नतीजा यह है कि 'पहाड़ खोदने पर चूहा भी नहीं निकला।'
फडणवीस ने राहुल गांधी को सीरियल झूठा करार देते हुए कहा, "उनकी सबसे बड़ी कला सफाई से झूठ बोलना है। वे बार-बार झूठ बोलकर उसे सच बनाने की कोशिश करते हैं। यह वही तकनीक है जो हिटलर के मंत्री इस्तेमाल करते थे।"
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग राहुल गांधी को कई बार नोटिस जारी कर चुका है, लेकिन उन्होंने अब तक कोई ठोस सबूत या दस्तावेज पेश नहीं किया। वे केवल भाषणों और मीडिया में आरोपों की राजनीति कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "राहुल गांधी जनता को गुमराह कर रहे हैं। वह संविधान, न्यायपालिका और चुनाव आयोग जैसे लोकतंत्र के स्तंभों का निरंतर अपमान कर रहे हैं, लेकिन जनता अब जागरूक है, और ऐसे झूठों से प्रभावित नहीं होती।"
फडणवीस ने बिहार चुनाव को लेकर भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बिहार की जमीनी हकीकत और जनता की भावना का कोई अंदाजा नहीं है। बिहार की जनता पूरी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है और वही चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
वहीं दूसरी ओर, पुणे में बंजारा समाज ने जोरदार आंदोलन छेड़ा है। उनकी मांग है कि समाज को अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग में शामिल किया जाए और आरक्षण का लाभ दिया जाए।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे शंकर राठौर ने बताया कि हैदराबाद गजट में बंजारा समाज को आदिवासी के रूप में मान्यता दी गई है, इसलिए हमें भी एसटी आरक्षण मिलना चाहिए।
इस मांग को लेकर शिवाजीनगर से जिलाधिकारी कार्यालय तक एक पैदल मोर्चा निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।
बंजारा समाज ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को नहीं माना गया तो यह आंदोलन राज्यव्यापी रूप ले लेगा।