क्या राहुल गांधी की टीम उन्हें पीछे खींच रही है? : अबू आजमी

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा।
- अबू आजमी का ओबीसी और दलित शोषण पर बयान।
- मालेगांव ब्लास्ट में मुसलमानों की भूमिका पर सवाल।
- राजनीतिक दलों में टीम की भूमिका का महत्व।
- संविधान और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष।
मुंबई, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता उदित राज द्वारा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की तुलना डॉ. बीआर. अंबेडकर से करने पर सियासी हलकों में चर्चा तेज हो गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक अबू आजमी ने कहा कि राहुल गांधी की अपनी टीम ही उन्हें पीछे खींच रही है।
अबू आजमी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर एक अद्वितीय विद्वान और हमारे संविधान के मुख्य निर्माता थे। उनका कद केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में उच्च है। उन्होंने गरीबों और शोषितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। राहुल गांधी संविधान की बात कर रहे हैं, लेकिन उनकी अपनी टीम उन्हें आगे बढ़ने नहीं दे रही है।
आजमी ने मालेगांव ब्लास्ट मामले में 31 जुलाई को आने वाले निर्णय पर कहा कि शब-ए-बारात के दिन भगवान ने कहा है कि मुझसे कुछ मांगो। इस दिन मुस्लिम समुदाय नमाज अदा करता है और दुआ करता है। मालेगांव ब्लास्ट के संदर्भ में, मुझे लगता है कि इंसाफ पसंद लोग इस तथ्य को नहीं मानेंगे कि मुसलमानों की मस्जिद और कब्रिस्तान में यह घटना हुई।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुंबई के सिलसिलेवार ट्रेन विस्फोट में मुसलमानों को फंसाया गया, उसी तरह मालेगांव ब्लास्ट में भी उन्हें गलत तरीके से शामिल किया गया। मुझे आशा है कि इसमें सही तरीके से न्याय मिलेगा।
उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के कांग्रेस पर ओबीसी समुदाय के शोषण के बयान पर भी अपनी राय रखी। उनका कहना था कि मायावती ने खुद ओबीसी का शोषण किया है। उन्होंने भीमराव अंबेडकर जैसे नेताओं का सहारा लेकर अपनी पार्टी बनाई, लेकिन दलितों के लिए कोई बड़ा संघर्ष नहीं किया।