क्यों राहुल-तेजस्वी ऐसे व्यक्ति को वोटर बनाना चाहते हैं, जिसकी पहचान भारतीय नहीं?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर प्रश्न उठाए गए हैं।
- मनोज तिवारी का बयान लोकतंत्र की गरिमा को दर्शाता है।
- भारत का चुनाव आयोग अपनी भूमिका निभा रहा है।
कैमूर, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी कहा था कि देश में मिट्टी का तेल फैल चुका है और इसे जलाने के लिए केवल माचिस की तीली की आवश्यकता है।
मनोज तिवारी ने कहा कि अब पूरी दुनिया भारत की प्रशंसा कर रही है, फिर भी आप इस देश को जलाने का प्रयास कर रहे हैं। यदि आप सेना में भी जातिवाद लाना चाहते हैं, तो देश की जनता कभी राहुल गांधी के इरादों का समर्थन नहीं करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जब किसी का वोट कटता है, तो उन्हें दोबारा वोट बनवाने के लिए छह महीने का समय दिया जाता है। राहुल गांधी या तेजस्वी यादव ऐसे व्यक्ति को वोटर क्यों बनाना चाहते हैं, जिसकी पहचान इस देश की नहीं है? चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और संविधान के अनुसार अपना कार्य कर रहा है।
मनोज तिवारी ने कहा कि यदि किसी की सबसे ज्यादा प्रशंसा होनी चाहिए, तो वो है भारत का चुनाव आयोग। लेकिन उनके इरादे निराशाजनक लगते हैं। जब भी मौका मिलता है, या तो भ्रष्टाचार का राज स्थापित कर देते हैं या फिर जंगलराज चला देते हैं।
इससे पहले, राजद नेता तेजस्वी यादव के नए वादों पर मनोज तिवारी ने कहा कि हमारी एनडीए सरकार ने सीएम जीविका योजना शुरू की है और जिस प्रकार एनडीए सरकार स्पष्ट रोडमैप के साथ कल्याणकारी योजनाएं चलाती है, उससे हर परिवार को सालाना 1.5 लाख रुपए से 2 लाख रुपए सीधे मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि यह योजना सोच-समझकर बनाई गई है और कुशलतापूर्वक लागू की गई है। यदि विपक्ष के पास कोई नया विचार है, तो उन्हें उसे पेश करना चाहिए, लेकिन पहले उन्हें अपने महागठबंधन के अंदरूनी कलह को सुलझाना चाहिए।