क्या राजद के कुमार सर्वजीत जीत की हैट्रिक लगाने में सफल होंगे? लोजपा (रामविलास) के श्यामदेव दे रहे हैं चुनौती
सारांश
Key Takeaways
- बोधगया विधानसभा क्षेत्र बिहार में महत्वपूर्ण है।
- राजद का दबदबा पिछले दो चुनावों से बना हुआ है।
- बोधगया बौद्ध धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है।
- इस क्षेत्र में 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
- राजनीतिक समीकरण चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।
पटना, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बोधगया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बिहार के गयाजी जिले में स्थित है, यह स्थान अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है। यह गयाजी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। इस क्षेत्र में 17 ग्राम पंचायतें और 139 गांव शामिल हैं।
बोधगया, विश्व के प्रमुख और पवित्र बौद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। यहीं पर गौतम बुद्ध ने बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त किया और उन्हें बुद्ध कहा गया। बुद्ध का जीवन और उनके महत्वपूर्ण अनुभव जैसे ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण, दोनों बिहार में ही हुए।
बौद्ध धर्म का वास्तविक उदय बिहार में हुआ और बुद्ध के उपदेशों ने पूरी दुनिया में फैलाव किया। यह भी ध्यान देने योग्य है कि बिहार का नाम 'विहार' शब्द से आया है, जो उन बौद्ध विहारों का संकेत है जो इस क्षेत्र में फैले हुए थे। मौर्य सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को पुनर्जीवित करने के लिए कई प्रयास किए, जिसमें बौद्ध भिक्षुओं के लिए चैत्य और विहार का निर्माण शामिल है।
दुंगेश्वरी मंदिर यहां की आस्था का प्रतीक है। मान्यता है कि सिद्धार्थ गौतम ने ज्ञान प्राप्ति से पहले यहां 6 वर्षों तक ध्यान किया था। इस जीवन के चरण की याद में दो छोटे मंदिर यहां बनाए गए हैं। एक गुहा मंदिर में बुद्ध की प्रतिमा और दूसरी में एक हिंदू देवी दुंगेश्वरी की मूर्ति है।
बोधगया के अन्य प्रमुख आकर्षणों में 80 फीट की बुद्ध की प्रतिमा, कमल तालाब, बुधकुंड, राजायतन, ब्रह्मयोनि, चीनी मंदिर, बर्मीज मंदिर, तथा थाई और तिब्बती मठ शामिल हैं।
राजनीतिक दृष्टिकोण से, बोधगया 1957 में विधानसभा क्षेत्र के रूप में स्थापित हुआ। यहां अब तक 18 चुनाव हो चुके हैं, जिनमें राजद ने सबसे अधिक पांच बार जीत हासिल की है। भाजपा को तीन बार जीत मिली है, और कांग्रेस और भाजपा ने दो-दो बार विजय प्राप्त की है।
पिछले दो चुनावों में, राजद का दबदबा देखने को मिला। 2015 में, राजद के कुमार सर्वजीत ने 30 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। उन्होंने 2020 में भाजपा के हरी मांझी को हराया।
इस बार बोधगया से 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। राजद ने कुमार सर्वजीत, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने श्यामदेव पासवान और जन सुराज पार्टी ने लक्ष्मण मांझी को प्रत्याशी बनाया है।