क्या पिता मुख्यमंत्री, भाई नेता, फिर भी रितेश बने अभिनेता? आर्किटेक्ट बेटे को पिता से मिली खास सलाह
सारांश
Key Takeaways
- रितेश देशमुख का जन्म 17 दिसंबर को होता है।
- वह एक राजनीतिक परिवार से आते हैं, लेकिन अभिनय को चुना।
- उनके पिता ने उन्हें महत्वपूर्ण सलाह दी थी।
- रितेश ने कई हिट कॉमेडी फिल्मों में काम किया है।
- वह एक सफल निर्माता और निर्देशक भी हैं।
मुंबई, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म उद्योग के प्रिय अभिनेता रितेश देशमुख का जन्मदिन 17 दिसंबर को है। राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले रितेश के पिता, दिवंगत विलासराव देशमुख, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जबकि उनके दोनों भाई, अमित देशमुख और धीरज देशमुख, नेता हैं। ऐसे में सबकी उम्मीदें रितेश से भी राजनीति की ओर थीं, लेकिन उन्होंने अभिनय का मार्ग चुना।
रितेश ने आर्किटेक्चर की पढ़ाई की और उनके पिता ने उन्हें एक महत्वपूर्ण सलाह दी थी, जो आज भी उनकी सफलता का राज है। रितेश के पिता विलासराव देशमुख कांग्रेस के प्रमुख नेता थे और दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने, लेकिन रितेश ने राजनीति छोड़कर फिल्मी दुनिया को अपनाया। वे वास्तुकला के छात्र थे और मुंबई के कमला रहेजा इंस्टीट्यूट से डिग्री प्राप्त की। बाद में उन्होंने न्यूयॉर्क में एक आर्किटेक्ट फर्म में काम किया। आज भी वे अपनी डिजाइन फर्म 'इवोल्यूशन आर्किटेक्चरल डिजाइन स्टूडियो' का संचालन करते हैं।
रितेश ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साल 2003 में फिल्म 'तुझे मेरी कसम' से की। इस फिल्म में उनकी हीरोइन जेनेलिया डिसूजा थीं, जो बाद में उनकी पत्नी बनीं। शुरुआती फिल्मों के बाद रितेश को असली पहचान कॉमेडी फिल्मों से मिली। साल 2004 में आई 'मस्ती' ने उन्हें स्टार बना दिया। इसके बाद उन्होंने 'क्या कूल हैं हम', 'ब्लफमास्टर', 'मालामाल वीकली', 'हे बेबी', 'धमाल', 'हाउसफुल', 'डबल धमाल', 'हाउसफुल 2', 'क्या सुपर कूल हैं हम', 'ग्रैंड मस्ती', 'हाउसफुल 3', 'टोटल धमाल', 'हाउसफुल 4', और 'रेड' जैसी कई हिट फिल्में दीं।
रितेश अभिनय के हर क्षेत्र में फिट बैठते हैं। कॉमेडी फिल्मों में उनकी कॉमिक टाइमिंग की बहुत प्रशंसा की जाती है। हालांकि, वह कॉमेडी तक सीमित नहीं हैं। खलनायक हों या रोमांस करना, वह दर्शकों के दिलों में खास स्थान बनाने में सफल रहते हैं।
साल 2014 में आई रोमांटिक थ्रिलर 'एक विलेन' में उन्होंने सीरियल किलर का नकारात्मक रोल निभाया। इस किरदार में उनका अलग अंदाज देखने को मिला और दर्शकों ने इसे बहुत पसंद किया। 'रेड 2' में उनके दादा भाई का किरदार भी खासा सराहा गया। मराठी सिनेमा में भी रितेश का जलवा बना हुआ है। साल 2013 में उन्होंने 'बालक-पालक' फिल्म से निर्माता के तौर पर डेब्यू किया। 2014 में एक्शन फिल्म 'लय भारी' से मराठी अभिनय की शुरुआत की, जो सफल रही।
राजनीतिक परिवार से होने के बावजूद रितेश ने अपनी मेहनत से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई। वह आज न सिर्फ अभिनेता हैं, बल्कि निर्माता और निर्देशक भी हैं।
एक इंटरव्यू में रितेश ने बताया कि उनके पिता हमेशा उन्हें मराठी प्रोजेक्ट्स करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। पिता को बेटे को मराठी फिल्म निर्देशित करते और बहू को मराठी फिल्म में अभिनय करते देखकर गर्व होता था।
एक पुराने इंटरव्यू में रितेश ने खुलासा किया था कि उनके पिता विलासराव देशमुख ने उन्हें आलोचनाओं से निपटने की खास सलाह दी थी। पिता ने कहा था, "तुम अपना काम करो और आगे बढ़ो।" यह सलाह रितेश के लिए जीवन मंत्र बन गई।
रितेश ने एक्ट्रेस जेनेलिया डिसूजा से शादी की है, और उनके दो बेटे हैं।