क्या रॉबर्ट वाड्रा के जेन-जी वाले बयान पर अग्निमित्रा पॉल की प्रतिक्रिया सही है?
सारांश
Key Takeaways
- रॉबर्ट वाड्रा का बयान विवाद में है।
- अग्निमित्रा पॉल ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाया।
- भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया गया।
- एनडीए की वोट अधिकार यात्रा का उल्लेख।
- ममता बनर्जी का रवैया राजनीतिक विवाद का हिस्सा है।
कोलकाता, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रॉबर्ट वाड्रा के जेन-जी से संबंधित बयान ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। एनडीए से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। आसनसोल से भाजपा सांसद अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि हम रॉबर्ट वाड्रा की बातों पर क्यों ध्यान दें? क्या वे विश्वसनीय हैं? उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। चुनावी टिकट मांगने के बावजूद कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
अग्निमित्रा पॉल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जब कांग्रेस झारखंड में जीतती है तो कोई समस्या नहीं होती, और जब केजरीवाल पंजाब में जीतते हैं, तो ईवीएम पर सवाल नहीं उठाए जाते। लेकिन जब भाजपा जीतती है, तब उन्हें दिक्कत होती है। उन्होंने ‘वोट अधिकार यात्रा’ निकाली, जिसका जवाब बिहार के लोगों ने चुनाव में दे दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्हें अब वीआरएस ले लेना चाहिए। जेन-जी को देश का सम्मान समझ में आता है और वे विकास और रोजगार के लिए आगे बढ़ते हैं। बिहार में एनडीए सरकार ने काम किया है और विकास हुआ है। लालू यादव का ‘अंधकार बिहार’ अब बदल चुका है। उन्होंने कहा कि एनडीए को इतनी सीटें मिली हैं कि अब बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है, लेकिन वाड्रा ऐसे बयान देकर गांधी परिवार में अपनी जगह बनाना चाहते हैं। उनकी बातें बेमानी हैं।
बातचीत में अग्निमित्रा पॉल ने एसआईआर पर भी कहा कि 7 करोड़ 61 लाख फॉर्म बांटे गए हैं। ममता बनर्जी कह रही थीं कि बंगाल के लोगों को एसआईआर नहीं चाहिए, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में फॉर्म लेकर लोगों ने साबित कर दिया कि उन्हें एसआईआर की आवश्यकता है। चुनाव आयोग के लोग भी प्रक्रिया की जांच करने आए थे। अगर कोई बीएलओ गड़बड़ी करता है, तो उसे जेल जाना पड़ेगा।
अग्निमित्रा पॉल ने ममता बनर्जी के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह चाहती हैं कि हमारे शिक्षक आपस में लड़ते रहें। वह सबको दबाकर रखना चाहती हैं और किसी को नौकरी नहीं देना चाहतीं, सबको कॉन्ट्रैक्ट पर रखना चाहती हैं। इस प्रकार वह सत्ता में बनी रहना चाहती हैं।