क्या साय सरकार पुरानी योजनाओं को लागू कर रही है, संकट में किसान हैं? : भूपेश बघेल

सारांश
Key Takeaways
- भूपेश बघेल ने साय सरकार पर योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाया।
- मुख्यमंत्री साय ने 96 योजनाओं में से 85 चालू होने की जानकारी दी।
- कृषि मंत्री ने पूर्व सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
रायपुर, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को अत्यधिक हंगामेदार रहा। पहले दिन, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से अपनी सरकार के कार्यकाल की योजनाओं को लेकर कड़े सवाल पूछे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले।
भूपेश बघेल ने साय सरकार पर आरोप लगाया कि वे उनकी योजनाओं को बंद कर रहे हैं और भुगतान में देरी कर रहे हैं। इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
भूपेश बघेल ने मीडिया से कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान हमने सीएम साय से पूछा कि दिसंबर 2018 से जून 2023 तक कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं में से कितनी बंद हुईं और कितनी अब भी चालू हैं।
जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार ने 96 योजनाएं शुरू की थीं, जिनमें से 85 अभी भी चालू हैं, 11 योजनाएं बंद की गई हैं, और 6 योजनाओं के नाम बदले गए हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना, राम वन गमन परिपथ और मानस मंडली प्रोत्साहन योजना जैसी प्रमुख योजनाएं अभी भी चल रही हैं।
भूपेश बघेल ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार उनकी योजनाओं को चला रही है जबकि खुद की कोई नई योजना नहीं ला रही। उन्होंने सवाल उठाया कि गोबर बेचने वालों को भुगतान क्यों नहीं हो रहा? स्व-सहायता समूहों का पैसा क्यों अटका हुआ है?
रामविचार नेताम ने पलटवार करते हुए कहा कि हम उनकी योजनाओं को क्यों ढोते रहें? हम प्रदेश के हित में काम कर रहे हैं और किसी भी योजना को नहीं चलाएंगे जिससे जनता को नुकसान हो।