क्या समृद्धि महामार्ग में भ्रष्टाचार के सबूत हैं? रोहित पवार का आरोप

सारांश
Key Takeaways
- रोहित पवार का भ्रष्टाचार के सबूत होना गंभीर मामला है।
- जांच से सच्चाई का पता चलेगा।
- राजनीतिक लाभ के लिए धन का दुरुपयोग हो रहा है।
- टेस्ला का शोरूम रोजगार के अवसर नहीं बढ़ा रहा।
- भाषा और धर्म के नाम पर लोगों को बांटना गलत है।
मुंबई, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार ने बुधवार को समृद्धि महामार्ग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि उनके पास इस विषय में सबूत हैं, जिन्हें उन्होंने सरकार को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम द्वारा बनाए जा रहे शक्तिपीठ मार्ग का उल्लेख किया और बताया कि जहां महाराष्ट्र सरकार द्वारा छह लेन का रास्ता बनाने का प्रस्ताव है, वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा आठ लेन की परियोजना भी शुरू की जा रही है। गडकरी की परियोजना की लागत 81 करोड़ है, जबकि महाराष्ट्र सरकार की योजना की कुल लागत 101 करोड़ है, जिससे 30 करोड़ रुपये का अंतर स्पष्ट है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सड़क विकास निगम राजनीतिक लाभ के लिए परियोजनाओं के लिए आवंटित धन का दुरुपयोग कर रहा है। जब हम सरकार से पूछते हैं कि वे किसानों को कब तक पैसे देंगे या कब सामाजिक कल्याण पर धन खर्च करेंगे, तो उनके पास कोई ठोस जवाब नहीं होता। यह सब परियोजनाओं के नाम पर अपनी जेब भरने के लिए किया जा रहा है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा, रोहित पवार ने भाजपा नेता नितेश राणे के उस बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मदरसे में भी मराठी पढ़ाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राणे बिना सोचे समझे बोलते हैं और अपने राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने टेस्ला के बारे में भी अपनी राय साझा की और कहा कि यह निश्चित रूप से यहां आनी चाहिए। हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक टेस्ला शो रूम का उद्घाटन किया है, जिसमें 10-12 लोग काम करेंगे। उन्होंने कहा कि टेस्ला अमीरों की गाड़ी है, लेकिन अगर इसकी जगह कोई फैक्ट्री लगाई जाती, तो इससे रोजगार के अवसर बढ़ते।
इसके साथ ही, उन्होंने शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी पर खुशी व्यक्त की और कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि कोई भारतीय अंतरिक्ष में गया और सुरक्षित लौट आया। यह इस बात का संकेत है कि हम विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति कर रहे हैं।