क्या सीट शेयरिंग का फॉर्मूला एक-दो दिनों में निकल जाएगा: दिलीप जायसवाल?

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए में सीट बंटवारे की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
- दिलीप जायसवाल ने एकजुटता पर भरोसा जताया है।
- तेजस्वी यादव के वादे पर कटाक्ष किया गया।
- एनडीए के पाँच दल 'पांच पांडव' की तरह हैं।
- बिहार की जनता एसआईआर प्रक्रिया से खुश है।
पटना, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। खबरें आ रही हैं कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान सीटों के मुद्दे पर असंतुष्ट चल रहे हैं। बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि एनडीए में कोई समस्या नहीं है, सभी एकजुट होकर चुनाव में उतरने के लिए तैयार हैं। सीट बंटवारे का सस्पेंस एक-दो दिनों में समाप्त हो जाएगा।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि एनडीए में सब कुछ निर्धारित हो चुका है और जल्द ही सीटों और उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।
उन्होंने गठबंधन की एकजुटता पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी मुद्दा शेष नहीं है। एक-दो दिन में सीटों की घोषणा कर दी जाएगी। मैंने पहले ही कहा है कि एनडीए ने पूरी एकजुटता के साथ चुनावी अभियान की शुरुआत की है। तीन दिनों तक चुनाव समिति की बैठकें हुईं, जहां ऑल इज वेल का माहौल रहा। सभी को हैरानी होगी कि हमारी कितनी मजबूत तैयारी है।
उन्होंने एनडीए के पांच घटक दलों को 'पांच पांडव' बताते हुए कहा कि हमारे गठबंधन के ये पांच पांडव पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के 'हर घर नौकरी' देने के वादे पर दिलीप जायसवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अपनी नौकरी ले लें। बिहार की जनता ऐसे खोखले वादों पर भ्रमित नहीं होगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा एसआईआर का विरोध जताए जाने पर उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने एसआईआर का समर्थन किया है। हम बिहार के हैं, बिहार के मतदाता हैं। बिना किसी रुकावट के एसआईआर पूरी हुई। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार घूमे, लेकिन उनके दावों की हवा निकल गई। बिहार में एक भी मतदाता को कोई दिक्कत नहीं हुई। यह प्रक्रिया पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक थी। उन्होंने कहा कि बिहार के मतदाता एसआईआर प्रक्रिया से खुश हैं।
बिहार भाजपा के अध्यक्ष ने भाजपा कार्यकर्ताओं का जिक्र करते हुए कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हमारे कार्यकर्ता ही अभियान की रीढ़ हैं, वही सशक्त कड़ी जो जनता के विश्वास को हमारे संकल्पों से जोड़ती है। कार्यकर्ता का परिश्रम ही विजय की आधारशिला है और उनकी निष्ठा ही संगठन की सबसे बड़ी पूंजी है।