क्या एक्टिंग करना आज भी शुभांगी अत्रे के लिए चुनौती है?

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क्या <b>एक्टिंग</b> करना आज भी <b>शुभांगी अत्रे</b> के लिए चुनौती है?

सारांश

शुभांगी अत्रे ने बताया कि अभिनय में नए किरदारों के साथ नई चुनौतियां आती हैं। उनके लिए संघर्ष का मतलब नए अनुभव और सीखना है, जो उन्हें आगे बढ़ने में मदद करता है। जानें कैसे वह सोशल मीडिया के दबाव को संभालती हैं और अभिनय के प्रति अपने प्यार को बनाए रखती हैं।

Key Takeaways

  • अभिनय में हर नया किरदार नई चुनौतियों और सीखने के अवसर लाता है।
  • संघर्ष का मतलब केवल कठिनाई नहीं, बल्कि नया अनुभव भी है।
  • दर्शकों का प्यार प्रेरणा का स्रोत होता है।
  • टीवी पर कहानी कहने का तरीका बदल रहा है, जिससे किरदार और भी वास्तविक हो रहे हैं।

मुंबई, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध टीवी सीरियल 'भाबीजी घर पर हैं' में अंगूरी भाभी का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री शुभांगी अत्रे ने साझा किया है कि कई वर्षों तक कैमरे के सामने काम करने के बावजूद, उनके लिए एक्टिंग आज भी एक चुनौतीपूर्ण अनुभव है।

शुभांगी ने बताया कि हर नया किरदार उनके लिए नई चुनौतियों और सीखने के अवसर लेकर आता है, जिससे अभिनय जितना दिलचस्प होता है, उतना ही कठिन भी।

उन्होंने कहा, "मुझे 'संघर्ष' शब्द थोड़ा नकारात्मक लगता है, लेकिन अभिनय में हम हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं। वर्षों के अनुभव के बाद भी, हमें कुछ नया सीखना पड़ता है। यह यात्रा कभी खत्म नहीं होती, बल्कि समय के साथ और भी खास बनती जाती है। मुझे एक्टिंग कभी आसान नहीं लगती क्योंकि हर किरदार की अपनी अलग भावनाएं होती हैं। आप किसी और की जिंदगी में कदम रखते हैं, और इसके लिए बहुत ईमानदारी और मेहनत की जरूरत होती है।"

लंबे शूटिंग शेड्यूल और थकान के बावजूद स्वयं को कैसे प्रेरित रखती हैं, इस पर शुभांगी ने कहा, "मैं हमेशा खुद को याद दिलाती हूं कि मैंने यह काम क्यों शुरू किया था। मुझे वास्तव में अपने काम से बहुत प्यार है, और जब दिन कठिन होते हैं, तो मैं छोटी-छोटी अच्छी चीजों में खुशी तलाशती हूं, जैसे कोई बेहतरीन डायलॉग या अद्भुत सीन। यही चीजें मुझे आगे बढ़ने में मदद करती हैं।"

शुभांगी ने सोशल मीडिया और फीडबैक के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज की तेज़-तर्रार दुनिया में दर्शकों की प्रतिक्रिया कभी-कभी प्रेरित करती है और कभी-कभी अतिरिक्त दबाव भी डालती है। उन्होंने कहा, "दर्शकों का प्यार ऐसा होता है जैसे ईंधन, जो आपको आगे बढ़ने में मदद करता है। लेकिन मैं कोशिश करती हूं कि इस दबाव में न आऊं। मैं जिस भी किरदार को निभाती हूं, उसे पूरी ईमानदारी से करती हूं ताकि कहानी में वास्तविकता बनी रहे।"

शुभांगी ने टीवी पर कहानी कहने के बदलते तरीके पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि आजकल के अधिकांश टीवी शो असली जिंदगी से प्रेरित हैं, जिससे कलाकारों को गहराई वाले किरदार निभाने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा, "टीवी पर कहानी कहने का यह परिवर्तन कलाकारों के लिए एक नया अध्याय है। अब किरदार जटिल और वास्तविक होते हैं। मुझे अच्छा लगता है जब मैं किसी भी किरदार के विभिन्न पहलुओं को दिखा पाती हूं। यह सब नया और बहुत मजेदार होता है।"

वर्कफ्रंट की बात करें तो, शुभांगी ने एकता कपूर के शो 'कसौटी जिंदगी की' से अभिनय की शुरुआत की थी। वह 'कस्तूरी', 'दो हंसों का जोड़ा', और 'भाबीजी घर पर हैं' जैसे शो में अपने किरदार के लिए जानी जाती हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि अभिनेत्री शुभांगी अत्रे का अनुभव हमें अभिनय की गहराई और उसकी चुनौतियों को समझने में मदद करता है। उनका दृष्टिकोण दर्शाता है कि अभिनय केवल प्रदर्शन नहीं है, बल्कि इसे जीना और समझना भी है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

क्या शुभांगी अत्रे को एक्टिंग में मुश्किलें आती हैं?
जी हां, शुभांगी ने बताया है कि उनके लिए एक्टिंग अभी भी चुनौतीपूर्ण है।
शुभांगी किस शो से प्रसिद्ध हुईं?
वह शो 'भाबीजी घर पर हैं' में अंगूरी भाभी के किरदार से प्रसिद्ध हुईं।