क्या टीम इंडिया ने पीसीबी अध्यक्ष से ट्रॉफी न लेकर सही कदम उठाया? : केसी त्यागी

सारांश
Key Takeaways
- टीम इंडिया ने पीसीबी अध्यक्ष से ट्रॉफी लेने से मना किया।
- यह निर्णय आत्मसम्मान और राष्ट्रीय गौरव को दर्शाता है।
- नक्सलवाद का अंत निकट है, जैसा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा।
- बिहार को नई रेल सेवाओं से लाभ हुआ है।
- राजनीतिक नेताओं को सक्रियता से भाग लेना चाहिए।
नई दिल्ली, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान पर पांच विकेट से शानदार जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने मोहसिन नकवी के हाथों से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। नकवी एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष हैं। इस कदम की सराहना करते हुए जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि टीम इंडिया ने सही निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों का यह कदम उनके आत्मसम्मान और राष्ट्र के गौरव के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार करके उन्होंने सही संदेश दिया। पाकिस्तानी टीम का मैदान पर जो व्यवहार था, वह इसी के योग्य था।
जदयू नेता ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का यह नकारात्मक रवैया उनके मानसिक दिवालियापन का प्रतीक है। उन्हें इस प्रकार के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए, न कि आलोचना करके हाशिए पर रहना चाहिए।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नक्सलवाद पर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर है। भारतीय सैनिकों और स्थानीय पुलिस ने इसे पराजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लद्दाख के पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आने पर जदयू नेता ने कहा कि भारत सरकार को प्रदर्शनकारियों से वार्ता करनी चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य को रेल कनेक्टिविटी में एक बड़ी सौगात मिली है। सोमवार को सात नई ट्रेनों का उद्घाटन किया गया, जिनमें तीन अमृत भारत एक्सप्रेस और चार पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं।
जदयू नेता ने कहा कि बजट से लेकर आज तक बिहार को कई उपहार मिले हैं। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सशक्तीकरण की कई योजनाएं शुरू की गई हैं। ये ट्रेनें राज्य के प्रमुख शहरों को जोड़ेंगी और इंटर-स्टेट कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी।