क्या तेजस्वी यादव से कुछ बेहतर की उम्मीद की जा सकती है? : शाहनवाज हुसैन

सारांश
Key Takeaways
- शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव के बयान की निंदा की।
- बिहार में मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की।
- दिल्ली के मीसा एक्ट पर पूर्व कांग्रेस सरकार की आलोचना की।
- फर्जी साधु-संतों की गिरफ्तारी का स्वागत किया।
- बिहार में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने का आश्वासन दिया।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने सोमवार को राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी भाषाशैली बेहद अपमानजनक है। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में यह भी कहा कि ऐसे व्यक्तियों से और क्या उम्मीद की जा सकती है?
उन्होंने तेजस्वी यादव के बयान को विवादास्पद बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों से सकारात्मक बातें सुनने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
बिहार में मतदाता पुनरीक्षण के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यदि इस प्रक्रिया में किसी फर्जी मतदाता का नाम हटता है, तो कुछ लोगों को इसमें दर्द क्यों हो रहा है? जिन लोगों के पास सभी आवश्यक कागजात हैं, उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन राजद और कांग्रेस के लोग उन्हें डराने की कोशिश में हैं और तेजस्वी यादव जैसे लोग अपनी सीमाएं पार करते हुए विवादित बयान दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें आभास हो गया है कि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है। इन लोगों ने पत्रकारों के साथ भी दुर्व्यवहार किया है।
उन्होंने दिल्ली सरकार के मीसा एक्ट से संबंधित फैसले पर कहा कि यह सकारात्मक है कि कांग्रेस के जुल्मों की जानकारी सभी को मिलेगी। लोगों को यह जानना चाहिए कि कैसे कांग्रेस की पूर्व सरकार ने मीसा एक्ट के तहत लोगों को जबरन जेल में डाला था।
उन्होंने 'कालनेमि अभियान' के तहत फर्जी साधु-संतों की गिरफ्तारी का स्वागत किया और कहा कि उत्तराखंड सरकार ने अच्छा कदम उठाया है।
वहीं, छांगुर बाबा के मामले में सवाल पूछने पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
बिहार में विपक्ष की कानून-व्यवस्था पर उठाए गए सवालों के संबंध में उन्होंने कहा कि वहां कानून का शासन है। राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।