क्या टिकट बंटवारे पर कार्यकर्ताओं में असंतोष जायज है? : बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू
सारांश
Key Takeaways
- टिकट बंटवारे पर असंतोष स्वाभाविक है।
- कांग्रेस का ध्यान चुनाव लड़ने और मुद्दों को सुलझाने पर है।
- बिहार में बदलाव की आवश्यकता को समझना महत्वपूर्ण है।
पटना, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की गतिविधियाँ अपने चरम पर पहुँच चुकी हैं, जहाँ महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा की संभावना है। इसी बीच कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष की स्थिति उत्पन्न हुई है। रविवार को बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने टिकट वितरण पर उठे असंतोष को मान्यता दी और कहा कि हमारा प्रमुख ध्यान चुनाव लड़ने पर है।
कृष्णा अल्लावरू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "किसी भी चुनाव में, किसी भी पार्टी में और किसी भी राज्य में जब भी टिकट वितरण होता है, तो कुछ असंतोष अवश्य होता है। हमारे कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी सठिक है। इस मुद्दे को हम पार्टी के स्तर पर सुलझा लेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "हमारा सारा ध्यान चुनाव लड़ने पर केंद्रित है। बिहार के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए हमारे पास एक मजबूत एजेंडा है और हम एक युवा टीम के साथ काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि बिहार की जनता बदलाव की आवश्यकता को समझेगी। हम एकजुट होकर बिहार की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक मजबूत विजन के साथ आगे बढ़ रहे हैं।"
कांग्रेस प्रभारी ने जानकारी दी, "कांग्रेस की चुनावी समीक्षा हुई थी, जिसमें शीर्ष नेता शामिल थे और भविष्य की रणनीति बनाई गई। जिला स्तर के पदाधिकारियों के साथ हमारी चर्चा हुई है। इस चर्चा के आधार पर हम आगे बढ़ेंगे।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की चुनावी सभा को लेकर अल्लावरू ने कहा, "राहुल गांधी जल्द हमारे साथ होंगे। लेकिन असली सवाल यह है कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इस मुद्दे पर हमारी तरफ से पूरी स्पष्टता है, जबकि एनडीए की ओर से अमित शाह ने खुद कहा है कि नीतीश कुमार चुनाव तक मुख्यमंत्री रहेंगे, उसके बाद का फैसला देखा जाएगा। ऐसे में अमित शाह स्पष्ट रूप से यह कहना चाहते हैं कि चुनाव तक नीतीश कुमार को हम मुख्यमंत्री बनाए रखेंगे, लेकिन उसके बाद अपनी नीति अपनाएंगे।"