क्या 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म पर रोक लगाना सही है? : वकील विष्णु शंकर जैन

Click to start listening
क्या 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म पर रोक लगाना सही है? : वकील विष्णु शंकर जैन

सारांश

दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाना एक विवादास्पद निर्णय है। वकील विष्णु शंकर जैन का मानना है कि यह कानूनी दृष्टि से गलत है। क्या इस फिल्म को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जानी चाहिए? जानिए पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • उदयपुर फाइल्स पर कोर्ट की रोक कानूनी दृष्टि से गलत है।
  • वकील विष्णु शंकर जैन ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का सुझाव दिया।
  • धर्मांतरण की साजिश के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
  • कांवड़ यात्रा के दौरान भक्तों को जानने का हक है।
  • योगी सरकार के प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए।

जम्मू, १३ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाए जाने को लेकर वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि यह निर्णय कानूनी दृष्टि से गलत है।

उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि कुछ याचिकाकर्ताओं ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था और तत्काल सुनवाई की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने तुरंत सुनवाई करने से इंकार कर दिया। इसके बाद मामला दिल्ली हाईकोर्ट में गया, जहाँ सुनवाई के बाद फिल्म पर रोक लगा दी गई।

वरिष्ठ वकील ने बॉलीवुड की कई हिन्दी फिल्मों का उल्लेख किया, जिनकी रिलीज के दौरान भी हंगामा हुआ था, लेकिन उन पर कोर्ट ने कोई रोक नहीं लगाई थी।

उन्होंने 'हैदर', 'न्याय', और 'आदिपुरुष' जैसी फिल्मों का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी भी फिल्म पर कोर्ट ने रोक लगाने से मना कर दिया था। कोर्ट का यह कहना था कि अगर फिल्म पसंद नहीं है, तो इसे न देखें। उन्होंने कहा कि 'उदयपुर फाइल्स' के लिए भी वही मापदंड लागू होना चाहिए था। मैं समझता हूँ कि हाईकोर्ट का निर्णय सही नहीं है। इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जानी चाहिए, और मुझे उम्मीद है कि फिल्म के निर्माता सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।

छांगुर बाबा मामले पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण की एक सुनियोजित साजिश चल रही है। इसके पीछे एक मानसिकता है कि जनसांख्यिकी को बदलकर चुनावी राजनीति को प्रभावित किया जा सकता है और क्षेत्र की नियति को नया आकार दिया जा सकता है। पूर्वोत्तर और कई अन्य राज्यों में धर्मांतरण के रैकेट चल रहे हैं।

योगी सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार ने धर्मांतरण के रैकेट का खात्मा किया है। अन्य राज्यों को भी इसी तर्ज पर कदम उठाने चाहिए और जहाँ भी धर्मांतरण चल रहा है, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए।

कांवड़ यात्रा पर उन्होंने कहा कि यूपी सरकार का आदेश कानूनी तौर पर सही है। कांवड़ यात्रा के दौरान आने वाले भक्तों को यह जानने का मौलिक अधिकार है कि वे जिस ढाबे या होटल से भोजन कर रहे हैं, उसे बनाने वाले कौन हैं और भोजन की गुणवत्ता सही है या नहीं। सभी चीजों के बारे में जानने का हक है।

Point of View

NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'उदयपुर फाइल्स' पर रोक लगाना सही है?
वकील विष्णु शंकर जैन का मानना है कि यह रोक कानूनी दृष्टि से गलत है।
क्या इस फिल्म को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है?
हां, वकील जैन का कहना है कि इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जानी चाहिए।
धर्मांतरण के मुद्दे पर क्या कहा गया है?
जैन ने कहा कि धर्मांतरण की सुनियोजित साजिश चल रही है, जो जनसांख्यिकी को प्रभावित करने का प्रयास है।
कांवड़ यात्रा के संबंध में क्या कहा गया?
जैन ने कहा कि यूपी सरकार का आदेश कानूनी रूप से सही है और भक्तों को जानने का हक है।
क्या योगी सरकार के प्रयासों की सराहना की गई?
हाँ, जैन ने योगी सरकार के धर्मांतरण रैकेट के खिलाफ उठाए गए कदमों की सराहना की।