क्या उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है? : सुरेंद्र राजपूत

सारांश
Key Takeaways
- कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है।
- राजनीतिक हस्तक्षेप कानून व्यवस्था को प्रभावित कर रहा है।
- पुलिस की कार्रवाई में कमी देखी जा रही है।
- आपराधिक गतिविधियों में वृद्धि हो रही है।
- सरकार को सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
लखनऊ, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने उत्तर प्रदेश की सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुकी है। यह टिप्पणी उन्होंने गोरखपुर में पशु तस्करों द्वारा नीट की तैयारी कर रहे एक छात्र की गोली मारकर हत्या के संदर्भ में की।
सुरेंद्र राजपूत ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के जंगलराज की चरम सीमा है, जहां पशु तस्कर बेखौफ होकर एक छात्र को गोली मारकर फरार हो जाते हैं। प्रदेश में जेल और अस्पतालों में हत्याएं हो रही हैं। कचहरी में भी हत्याएं हो रही हैं। गोरखपुर में पुलिस ने होटल के अंदर एक व्यापारी को गोली मार दी। लखनऊ में एक कपल पर भी पुलिस ने गोली चलाई। पूरा प्रदेश अशांत है। सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा के लोग केवल जुमलेबाजी में माहिर हैं। सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है।
नए वक्फ कानून के प्रमुख प्रावधानों पर रोक लगाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि मुख्य रूप से तीन प्रावधानों पर अंतरिम प्रतिबंध लगाया गया है, जिसका हम स्वागत करते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव (राजेश रंजन) द्वारा पीएम मोदी की प्रशंसा पर कहा कि हवाई अड्डा चालू हो गया है, जो स्वाभाविक है और इसके उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद। लेकिन मखाना किसानों के लिए राहुल गांधी काम कर रहे हैं। पप्पू यादव ने भी इस बारे में बयान दिया था, फिर भी कोई इस पर बात नहीं कर रहा है। जब पप्पू यादव वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ खड़े थे, तब किसी ने कुछ नहीं कहा। सच यह है कि वोट चोरों को गद्दी छोड़नी पड़ेगी और जितने वोट चोर हैं, सब बिहार से भगाए जाएंगे।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा के बारे में कहा कि यह यात्रा बिहार के अधिकार की यात्रा है। तेजस्वी यादव नायक के रूप में वहां यात्रा कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन के नेता के रूप में वहां यात्रा कर रहे हैं। प्रदेश को ठगों और जुमलेबाजों से मुक्ति देनी है। यह यात्रा इंडिया गठबंधन को निश्चित तौर पर मजबूत करेगी।
सुरेंद्र राजपूत ने एसआईआर का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि एसआईआर का विरोध नहीं करना चाहिए, लेकिन एसआईआर के नाम पर गरीबों और मजदूरों के वोट न काटे जाएं और जिंदा लोगों के नाम न हटाए जाएं। भाजपा से जुड़े मर चुके लोगों के नाम सूची में न जोड़े जाएं। एसआईआर प्रक्रिया में पारदर्शी व्यवस्था हो तो बेहतर है।