क्या योगी सरकार कांवड़ यात्रा का प्रबंधन करने में असफल रही है? : अखिलेश यादव

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने सपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- अखिलेश यादव ने सरकार की नाकामियों की ओर इशारा किया।
- कांवड़ यात्रा का प्रबंधन एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
- भाजपा और सपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति है।
- कांवड़ यात्रा के लिए उचित बजट का अभाव है।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा ने कांवड़ यात्रा को लेकर समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा के नेता दावा कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता कांवड़ियों का वेश धारण कर कांवड़ यात्रा को बदनाम करने के लिए अराजकता फैला रहे हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा के इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा-एनडीए सरकार ने अब तक 20 बजट पारित किए हैं। यदि उन्होंने कांवड़ यात्रा के लिए एक कॉरिडोर के लिए पर्याप्त बजट पारित किया होता, तो बार-बार होने वाले व्यवधान, हंगामे और लोगों पर हमलों की जो खबरें आ रही हैं, उनसे बचा जा सकता था। भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए दूसरी पार्टियों पर आरोप लगा रही है। यूपी सरकार कांवड़ यात्रा का प्रबंधन करने में असफल साबित हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि जो सपा को दंगाई कह रहे हैं, वो खुद इस तरह के कारनामों में लिप्त पाए जाते हैं। इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं, इसका जवाब सीएम योगी आदित्यनाथ ही दे सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरे पर उन्होंने कहा कि हम उनके बारे में क्या कह सकते हैं? हमें नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं। अगर आप पता लगा पाएं, तो अच्छी बात है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा, "सभी सांसद चाहते हैं कि प्रधानमंत्री सदन में मौजूद रहें। विपक्ष की बात सुनी जानी चाहिए और उसके बाद सरकार जो चाहे, जवाब दे सकती है। पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा बेहद अहम है। सभी विपक्षी दल चाहते हैं कि इस पर चर्चा हो। सरकार को बताना चाहिए कि क्या हुआ था और क्या यह कोई खुफिया विफलता थी।"