क्या लद्दाख से सियाचिन ग्लेशियर तक जवानों ने मनाई दीपावली?

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क्या लद्दाख से सियाचिन ग्लेशियर तक जवानों ने मनाई दीपावली?

सारांश

भारतीय सेना के जवानों ने लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियर में दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया, जिसमें वायुसेना के प्रमुख भी शामिल रहे। यह समारोह न केवल त्योहार का जश्न था, बल्कि जवानों के साहस और समर्पण को भी दर्शाता है।

Key Takeaways

  • लद्दाख और सियाचिन में दीपावली मनाने से जवानों का मनोबल बढ़ता है।
  • वायुसेना और थलसेना के प्रमुखों की उपस्थिति से जवानों को प्रेरणा मिलती है।
  • दीपावली समारोह ने राष्ट्रीय एकता और समर्पण का प्रतीक बनकर दिखाया।

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्रों में से एक लद्दाख हो या फिर बर्फीली चोटियों से घिरा सियाचिन ग्लेशियर, इन जटिल सीमावर्ती क्षेत्रों में भी भारतीय सेना के जवानों ने धूमधाम से दीपावली मनाई।

बर्फ से ढकी इन चोटियों पर भारतीय वायुसेना ने दीपावली का पर्व जोश और उत्साह के साथ वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मनाया। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह स्वयं लद्दाख में मौजूद रहे और उन्होंने यहां जवानों के साथ दीपावली मनाई।

मंगलवार को वायुसेना ने बताया कि दीपावली के अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह लद्दाख सेक्टर पहुंचे। वायुसेना प्रमुख ने यहां लद्दाख सेक्टर में तैनात वायुसेना तथा थलसेना के जवानों के साथ दीपावली पर्व मनाया।

एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने सीमाओं की सुरक्षा में तैनात जवानों की समर्पण भावना और पेशेवर दक्षता की सराहना करते हुए उन्हें और उनके परिवारों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने कई जवानों को अपने हाथों से मिठाई खिलाई और उनके साथ मिलकर इस त्योहार का आनंद लिया।

वहीं, भारतीय वायुसेना के उप - प्रमुख एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने सियाचिन ग्लेशियर पहुंचकर यहां सीमा पर तैनात जवानों के साथ दीपावली मनाई। उन्होंने वायुसेना और थलसेना के कर्मियों से बात करते हुए हालिया अभियानों में उनके योगदान की सराहना की और उन्हें तथा उनके परिजनों को त्योहार की शुभकामनाएं दीं।

एयर मार्शल भारती ने थोईस के पास तेरचे गांव का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय निवासियों से मिलकर दीपावली की शुभकामनाएं प्रेषित कीं। लद्दाख और सियाचिन की कठिन परिस्थितियों में डटे हमारे सैनिकों के साथ मनाई गई यह दीपावली, राष्ट्र की सुरक्षा में उनके अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा को सलाम करती है।

गौरतलब है कि दो दिन पहले भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने उत्तराखंड की पहाड़ियों पर स्थित अग्रिम चौकियों का दौरा किया था। यहां पहुंचकर उन्होंने सेना की परिचालन स्थिति और तैयारियों का जायजा लिया। हिमालयी क्षेत्र की अग्रिम चौकियों पर मौजूद रहे सेनाध्यक्ष ने सैनिकों का उत्साहवर्धन किया और नागरिक-सैन्य सहयोग को सुदृढ़ बनाने पर बल दिया। यह दौरा सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण पर्वतीय क्षेत्र में किया गया।

इस दौरान सेना प्रमुख ने यहां बर्फीली चोटियों पर तैनात जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और पर्व के अवसर पर उनके साथ समय बिताया। भारतीय सेना के अनुसार अपने दौरे के दौरान, सेना प्रमुख ने उत्तराखंड, पिथौरागढ़ और उसके आसपास के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में तैनात सैन्य टुकड़ियों की समीक्षा भी की है।

रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सैन्य बलों के सर्वोच्च अधिकारियों का इस तरह सैन्य बलों के साथ पर्व मनाना सैन्यकर्मियों के मनोबल को ऊर्जा एवं शक्ति प्रदान करता है। वायुसेना एवं थल सेना प्रमुख द्वारा पर्व के अवसर पर अग्रिम चौकियों पर पहुंचना सैन्य कर्तव्य और राष्ट्र के प्रति जवानों के समर्पण को भी दर्शाता है।

Point of View

लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियर में मनाए गए समारोह ने हमें यह विश्वास दिलाया है कि हमारे सैनिक न केवल हमारे सुरक्षा कवच हैं, बल्कि वे राष्ट्रीय एकता और समर्पण के प्रतीक भी हैं। उनकी मेहनत और समर्पण की सराहना करना हम सभी का कर्तव्य है।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

दीपावली समारोह में वायुसेना प्रमुख कौन थे?
दीपावली समारोह में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह मौजूद थे।
सियाचिन ग्लेशियर में दीपावली किसने मनाई?
सियाचिन ग्लेशियर में दीपावली का पर्व एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने मनाया।
भारतीय सेना के जवानों ने दीपावली कैसे मनाई?
भारतीय सेना के जवानों ने दीपावली का पर्व धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया।