क्या लैमिन यमाल फुटबॉल की दुनिया के अगले सुपरस्टार हैं?
सारांश
Key Takeaways
- लैमिन यमाल की उम्र केवल 18 वर्ष है लेकिन उनका खेल कौशल अद्भुत है।
- उन्होंने 2023 यूरो कप में सबसे कम उम्र में गोल किया।
- यमाल का खेल तकनीकी रूप से बहुत मजबूत है।
- उनका परिवार, विशेषकर पिता, उनके करियर में महत्वपूर्ण सहारा रहे हैं।
- यमाल की विशेषताएँ उन्हें फुटबॉल का अगला सुपरस्टार बना सकती हैं।
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। फुटबॉल दुनिया का सबसे प्रसिद्ध खेल है। जब भी हम फुटबॉल की बात करते हैं, तो क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनल मेसी, नेमार, किलियन म्बाप्पे, हैरी केन, और एर्लिंग हालैंड के नाम सामने आते हैं। लेकिन 18 वर्ष का एक युवा खिलाड़ी, लैमिन यमाल, ने इन दिग्गजों की लोकप्रियता को चुनौती देने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। यमाल को फुटबॉल की दुनिया का अगला बड़ा सुपरस्टार माना जा रहा है। आइए जानते हैं कि इस 18 वर्षीय खिलाड़ी को फुटबॉल की दुनिया अपने भविष्य के रूप में क्यों देखती है?
लैमिन यमाल का जन्म 13 जुलाई 2007 को बार्सिलोना, स्पेन में हुआ था। बार्सिलोना फुटबॉल का प्रमुख केंद्र है, जिसका प्रभाव यमाल पर पड़ा और उन्होंने बचपन में ही फुटबॉलर बनने का सपना देखा। इसमें उनके पिता का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मोरक्को मूल के यमाल के पिता मुनीर अपने बेटे के हर मैच में उपस्थित रहते थे और उनका उत्साह बढ़ाते थे।
यमाल ने केवल 7 वर्ष की आयु में बार्सिलोना की युवा टीम में शामिल हो गए। जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ी, उन्हें टीम में प्रमोट किया गया। 2023 से वह बार्सिलोना की सीनियर टीम के लिए खेल रहे हैं। 2023 में, 16 वर्ष की उम्र में, यमाल ने स्पेन के लिए डेब्यू किया और 16 वर्ष 57 दिन की उम्र में 2023 यूरो कप में गोल किया। यह गोल स्पेन की ओर से सबसे कम उम्र में किया गया था। यमाल ने यूरो सेमीफाइनल में फ्रांस की मजबूत रक्षा को भेदते हुए एक अद्भुत गोल किया। इस गोल ने साबित कर दिया कि यमाल फुटबॉल में बड़ा नाम बनने के लिए आए हैं।
2023 से, यमाल ने स्पेन के लिए नियमित रूप से खेला है। वह विंगर के रूप में स्पेन और बार्सिलोना के लिए खेलते हैं। जब यमाल मैदान पर होते हैं, तो ऐसा नहीं लगता कि उनकी उम्र केवल 18 वर्ष है। खेल में वह न केवल अपनी आयु के खिलाड़ियों से आगे हैं, बल्कि दिग्गज खिलाड़ियों को भी कड़ी टक्कर देते हैं। यमाल तकनीकी रूप से बेहद मजबूत हैं। उन्हें उत्कृष्ट ड्रिब्लिंग, ऊर्जा, संतुलन और दूर से गोल करने की क्षमता के लिए जाना जाता है।
टीम के भीतर अपनी भूमिका को समझना, मौके पर गेंद को गोल में डालना, अन्य खिलाड़ियों के साथ तालमेल बनाना, विपरीत परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखना और फुटबॉल के प्रति अनुशासित रहना, ये कुछ ऐसे गुण हैं जो यमाल ने कम उम्र में ही आत्मसात कर लिए हैं। मेसी और रोनाल्डो भी इन गुणों के कारण पिछले डेढ़ दशक से फुटबॉल की दुनिया पर राज कर रहे हैं और अब अगला नाम यमाल का हो सकता है।