क्या गौरव गोगोई के बयान पर ललन सिंह का पलटवार महत्वपूर्ण है?

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क्या गौरव गोगोई के बयान पर ललन सिंह का पलटवार महत्वपूर्ण है?

सारांश

क्या गौरव गोगोई का बयान और ललन सिंह का पलटवार राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है? जानें इस बहस के पीछे की सच्चाई और इसके संभावित प्रभाव।

Key Takeaways

  • गौरव गोगोई ने सेना की वीरता का उल्लेख नहीं किया।
  • ललन सिंह ने यूपीए सरकार के समय आतंकवाद के बढ़ने का आरोप लगाया।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाए।
  • पाकिस्तान की मिसाइलें हवा में ध्वस्त हुईं।
  • ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा जारी है।

नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस जारी है। इस दौरान, जदयू के केंद्रीय मंत्री और सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लोकसभा में अपना उत्तर प्रस्तुत किया। उन्होंने गौरव गोगोई पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद ने सेना की वीरता, शौर्य और पराक्रम के बारे में कोई भी शब्द नहीं कहा।

राजीव रंजन सिंह ने लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान कहा, "आप (गौरव गोगोई) देशभक्ति की बात कर रहे हैं। आप इस पर चर्चा कर रहे हैं कि कितने जहाज गिरे, लेकिन गौरव गोगोई ने सेना की वीरता, शौर्य और पराक्रम पर कोई शब्द नहीं कहा। 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार के दौरान आतंकवाद को बढ़ावा मिला। उस समय मैं भी सदन का सदस्य था, और यूपीए शासन के दौरान 615 लोग मारे गए, जबकि 2006 लोग घायल हुए।"

उन्होंने आगे कहा, "आप आतंकवाद की बात कर रहे हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि यूपीए शासन के समय मुंबई ट्रेन ब्लास्ट में 209 लोग मारे गए और 800 लोग घायल हुए। उस दौरान आपने क्या किया? 26/11 को पूरे मुंबई पर आतंकवादियों का कब्जा था। आपको यह बताना चाहिए था कि आतंकवादी कैसे घुसे? आपने क्या किया? आपने सदन में चर्चा करके गृह मंत्री को विदा करके आतंकवाद को पनपने दिया। यूपीए सरकार में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का न साहस था, न दम, केवल खानापूर्ति की जाती थी।"

राजीव रंजन सिंह ने मोदी सरकार के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा, "मुंबई की घटना का मुख्य कर्णधार जो अमेरिका में छिपा था, उसे देश में लाकर मुकदमा चलाने का कार्य प्रधानमंत्री मोदी ने किया। भारत ने पहली बार आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का संकल्प 2016 में लिया। आप पीएम मोदी को बताएंगे कि आतंकवाद से कैसे लड़ा जाए? आपकी सरकार में सबसे ज्यादा समय रहा, लेकिन आपने कुछ नहीं किया।"

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, "24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस था, जब पीएम मोदी मधुबनी में पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। वहां पीएम मोदी ने पहली बार पहलगाम की घटना पर बात की, और कहा कि पाकिस्तान को उनकी कल्पना से परे जवाब मिलेगा। पीएम मोदी ने अपना भाषण अंग्रेजी में दिया, क्योंकि वह चाहते थे कि दुनिया को पता चले कि हम आतंकवादियों के सामने झुकने वाले नहीं हैं और हम वापस लड़ेंगे।"

उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की सारी मिसाइलें हवा में ध्वस्त हो गईं, और पूरे देश ने देखा है कि वे फूलझड़ी की तरह उड़ गए थे। कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ। आप कितना भी भाषण दे लीजिए, कोई नहीं मानेगा, और यह पूरे देश ने टीवी पर देखा है।"

Point of View

यह आवश्यक है कि हम इस प्रकार की बहसों पर ध्यान दें, क्योंकि ये देश की सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता को प्रभावित कर सकती हैं। आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर खुलकर चर्चा करना जरूरी है, ताकि हम एक समृद्ध और सुरक्षित देश की ओर बढ़ सकें।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान है, जिसका उद्देश्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करना है।
गौरव गोगोई कौन हैं?
गौरव गोगोई एक कांग्रेस सांसद हैं, जो असम से प्रतिनिधित्व करते हैं।